मारुति सुज़ुकी ने बिहार सरकार के परिवहन विभाग के साथ एमओए पर हस्ताक्षर किए
पटना, 18 दिसम्बर 2024: मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने भागलपुर, दरभंगा, गया, पूर्णिया और सारण में ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट ट्रैक्स को ऑटोमेट करने के लिए बिहार सरकार के परिवहन विभाग के साथ समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन बिहार की माननीय परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी और बिहार सरकार के परिवहन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल (आईएएस) की उपस्थिति में हस्ताक्षरित किया गया। एमओए पर बिहार सरकार के राज्य परिवहन आयुक्त श्री नवीन कुमार (आईएएस) और मारुति सुज़ुकी के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी, श्री तरुण अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए।
*मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड के एक्ज़ीक्यूटिव ऑफिसर, कॉर्पोरेट अफेयर्स, श्री राहुल भारती* ने कहा, "मारुति सुज़ुकी का संबंध बिहार सरकार के साथ 2018 से है, जब हमने ड्राइवर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए औरंगाबाद में राज्य का पहला इंस्टीट्यूट ऑफ़ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर) स्थापित किया था। तब से, हमने 2020 में औरंगाबाद और 2021 में पटना में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (एडीटीटी) का उद्घाटन किया। हम बिहार सरकार का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने इस सड़क सुरक्षा परियोजना के लिए एक बार फिर से हम पर विश्वास किया। मारुति सुज़ुकी सड़क सुरक्षा के 5 स्तंभों – इंजीनियरिंग, एजुकेशन, इवैल्यूएशन, एनफोर्समेंट, और इमरजेंसी केयर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रही है। ऑटोमेटेड ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण 'इवैल्यूएशन' प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हाई डेफिनिशन कैमरों और इंटीग्रेटेड आईटी सिस्टम से लैस एडीटीटी एक व्यापक, प्रभावी, और पारदर्शी परीक्षण प्रक्रिया हैं, जो यह सुनिश्चित करता हैं कि केवल योग्य चालकों को ही लाइसेंस दिया जाए।"
*मारुति सुज़ुकी की सड़क सुरक्षा प्रयासों की सराहना करते हुए, बिहार की माननीय परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी ने कहा,* "भारत की अग्रणी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी की सड़क सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और उनके राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों की मैं सराहना करती हूँ। ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक्स उनकी अभिनव पहलों में से एक है जो यह सुनिश्चित करता है कि केवल कुशल ड्राइवरों को ड्राइविंग लाइसेंस मिले, जिससे हमारी सड़कें सभी के लिए सुरक्षित रहें। हमने उनके साथ मिलकर औरंगाबाद और पटना में ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक को सफलतापूर्वक स्वचालित किया है और ड्राइवरों को लाइसेंस परीक्षण के लिए बेहतर तरीके से तैयार होकर आते देखा है। हमें खुशी है की बिहार में पांच और ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक विकसित करने के लिए एक बार फिर हम मारुति सुज़ुकी के साथ साझेदारी कर रहे हैं। यह सहयोग हमारे बिहार राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और जिम्मेदार ड्राइविंग प्रथाओं को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।"
बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के, स्वचालित टेस्ट ट्रैक ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण को अधिक व्यापक, प्रभावी और पारदर्शी बनाती हैं। कड़े और मानकीकृत मूल्यांकन प्रक्रिया को केंद्रीय मोटर वाहन नियमों (सीएमवीआर) के अनुसार उम्मीदवारों का मूल्यांकन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। टेस्ट परिणाम भी स्वचालित रूप से उत्पन्न होते हैं।
श्री भारती ने आगे कहा, "केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2014-2023 के बीच 10 वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में 15.3 लाख लोगों की जान चली गईं। देश में सड़क दुर्घटना दर लगभग 250 प्रति 10,000 किलोमीटर है, जबकि चीन में यह दर 119, अमेरिका में 57, और ऑस्ट्रेलिया में 11 है। सड़क सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू चालक की कौशल और ट्रैफिक नियमों का ज्ञान है। ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक यह सुनिश्चित करेंगे कि लाइसेंस प्राप्त करने वाले बेहतर तरीके से तैयार हों और केवल योग्य चालक ही ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर पाएं। यह एक सकारात्मक परिवर्तन लाएगा जो मानव त्रुटि के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में सक्षम होगा।"
*भारत में मारुति सुज़ुकी का ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक*
पिछले वर्षों में, मारुति सुज़ुकी ने व्यवस्थित रूप से 27 ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और हरियाणा में) ऑटोमेटेड किए हैं। कंपनी उत्तर प्रदेश में 12 अतिरिक्त एडीटीटी स्थापित करने की प्रक्रिया में है।बिहार में इन 5 टेस्ट ट्रैकों के जोड़ने के साथ, कंपनी देश भर में 44 ड्राइविंग टेस्ट ट्रैकों का ऑटोमेशन पूरा करेगी।
0 Response to "मारुति सुज़ुकी ने बिहार सरकार के परिवहन विभाग के साथ एमओए पर हस्ताक्षर किए"
एक टिप्पणी भेजें