जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में पटना शहरी व्यवस्था, यातायात प्रबंधन तथा सड़क सुरक्षा संबंधी बैठक का आयोजन
नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता, शहर का सौन्दर्यीकरण एवं नागरिकों के लिए संवेदनशील व्यवस्था का निर्माण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी स्टेकहोल्डर्स इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंः ज़िलाधिकारी
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दिनांक 12.12.2024ः जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित सभागार में पटना में यातायात प्रबंधन, नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता, शहर का सौन्दर्यीकरण एवं अन्य संबंधित विषय पर बैठक आयोजित हुई। इसमें पटना के बहुमुखी विकास हेतु अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन कार्य-योजनाओं पर विस्तृत विमर्श किया गया। स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप जनहित में विकासात्मक योजनाओं के प्रतिपादन पर विचार किया गया। पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए ज़िलाधिकारी ने कहा कि पटना का वृहत स्तर पर विकास हो रहा है। काफ़ी संख्या में पथ, सेतु, फ़्लाई ओवर बनाया गया है। मेट्रो का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन ने आम जनता की जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन लाया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक, यातायात द्वारा बिहटा क्षेत्र में यातायात के दवाब को कम करने तथा जाम की समस्या के समाधान के लिए 02 प्रस्ताव दिया गया है। अरवल जिला के बालू लोडेड ट्रक वाहनों को बिहटा क्षेत्र से परिचालित न कराकर अन्य दूसरे मार्ग से परिचालित कराने हेतु प्रस्ताव है। वर्तमान में अरवल जिला के बालू घाटों से प्रत्येक दिन लगभग 500 ट्रक वाहनों पर खनन विभाग द्वारा चालान (लाइसेंस) निर्गत किया जाता है। चालान निर्गत होने के बाद सभी बालू लोडेड ट्रक वाहन बिहटा होते हुए अपने-अपने गंतव्य स्थल की ओर जाते हैं जिसके कारण बिहटा क्षेत्र में यातायात का दवाब काफी बढ़ जाता है। अरवल जिला से आने वाले सभी बालू लोडेड ट्रक वाहनों को बिक्रम, नौबतपुर से सरमेरा पथ पकड़कर पटना-आरा मुख्य सड़क से भोजपुर की तरफ नियंत्रित संख्या में वाहनों का परिचालन कराने का प्रस्ताव दिया गया है। ऐसा करने से बिहटा क्षेत्र में वाहनों का दवाब भी नहीं होगा तथा बालू लोडेड ट्रक वाहन आसानी से अपने-अपने गंतव्य स्थल की ओर जा सकेंगे। पुलिस अधीक्षक, यातायात द्वारा बिहटा क्षेत्र की यातायात व्यवस्था हेतु एचपीसीएल प्लांट के वाहनों को दूसरे मार्ग से परिचालित कराने हेतु भी प्रस्ताव दिया गया है। उनके द्वारा एचपीसीएल प्लांट के वाहनों को लई, सिकरिया मोड़ होते हुए बिहटा या कनपा की तरफ से परिचालित कराने हेतु अनुरोध किया गया है। वर्तमान में एचपीसीएल प्लांट के वाहन बिहटा चौक से होकर आरओबी होते हुए केनरा बैंक मोड़ से आरओबी के पश्चिम तरफ से होकर एचपीसीएल प्लांट में जाते हैं तथा वहाँ से लोडेड वाहन आरओबी के पूरब भाग से होते हुए केनरा बैंक मोड़ से होकर आरओबी होते हुए बिहटा चौक आता है। इनमें से कुछ वाहन बिक्रम/कनपा की ओर जाते हैं। एचपीसीएल प्लांट के वाहनों को यदि लई, सिकरिया मोड़ होते हुए बिहटा या कनपा की तरफ डायर्वट कर दिया जाए, तो उक्त वाहन बिहटा चौक के तरफ नहीं आ सकेंगे, जिससे बिहटा क्षेत्र के यातायात के सुगम संचालन/व्यवस्था में काफी हद तक सुधार होगा। लई मोड़ के पास सड़क की स्थिति सही नहीं है, जिसके मरम्मति की आवश्यकता बताई गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि उपर्युक्त दोनों प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है। जनहित में इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। आवश्यकतानुसार अरवल जिला सहित सीमावर्ती जिलों के जिला पदाधिकारियों से भी पत्राचार किया जाएगा। सड़क की मरम्मति के लिए भी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन द्वारा आम जनता की सुविधा हेतु यातायात, परिवहन तथा पार्किंग के लिए बेहतर-से-बेहतर व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक (यातायात); अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर तथा अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) की सदस्यता वाली एक त्रि-सदस्यीय समिति लगातार क्रियाशील है जो नगर निगम के अधिकारियों के साथ शहरी क्षेत्रों का लगातार भ्रमण कर नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता हेतु आवश्यक कार्रवाई करती है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि नागरिकों के लिए संवेदनशील व्यवस्था का निर्माण; ज़िला में सर्वाेत्तम नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता एवं शहर का सौन्दर्यीकरण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहना होगा। उन्होंने कहा कि पटना पूर्वी एवं उत्तर-पूर्वी भारत के लिए द्वार (गेटवे) की भूमिका निभाता है। यहाँ उत्कृष्ट यातायात जीवन-सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि, विकास एवं लोगों के जीवन-स्तर में सुधार लाने में उत्प्रेरक का काम करेगा। अतः उच्च तकनीकों पर आधारित यातायात-प्रबंधन पटना जैसे महत्वूर्ण शहर के लिए अत्यावश्यक है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि यातायात नियंत्रण में साईन बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, वाहन गति उल्लंघन संसूचन, स्वचालित नम्बर प्लेट पहचान तंत्र काफ़ी सहायक होता है। उन्होंने कहा कि लोक-सुरक्षा सुनिश्चित करना हमसब का महत्वपूर्ण दायित्व है। सीसीटीवी-आधारित निगरानी (सर्वेलेन्स) तंत्र सुदृढ़ करने से इसमें काफी सहायता मिल सकती है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नगर निगम क्षेत्रों में सीसीटीवी-आधारित सर्विलेंस सिस्टम (निगरानी केन्द्र) विकसित की गयी है। एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस), वैरिएवल मैसेज साईन बोर्ड (वीएमडी), पब्लिक एड्रेस सिस्टम एवं इमर्जेन्सी कॉल बॉक्सेज (ईसीबी), स्पीड व्यालेशन डिटेक्शन (एसवीडी), ऑटोमेटिक नम्बर प्लेट रिकॉग्निशन (एएनपीआर) तथा इन्व्यारनमेंटल सेन्सर लोकेशन (ईएसएल) प्रणाली का क्रियान्वयन विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है। इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है।
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विदित हो कि पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा लगभग 415 स्थानों पर 3300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। इसमें सीसीटीवी सर्विलांस कैमरा 2,602; रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) कैमरा 473; ऑटोमेटिक नम्बर प्लेट रिकॉग्निशन (एएनपीआर) कैमरा 150; स्पीड व्यालेशन डिटेक्शन (एसवीडी) कैमरा 12 तथा व्हीकल डिटेक्शन एंड क्लासिफिकेशन (वीडीसी) कैमरा 120 लगाया गया है। 69 स्थलों पर पब्लिक एड्रेसल सिस्टम द्वारा नियमित तौर पर उद्घोषणा की जाती है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा यातायात प्रबंधन एवं निगरानी में काफी अच्छी भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निदेश दिया कि पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) का प्रभावी ढंग से अनुश्रवण करें। सीसीटीवी कैमरों, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, ईसीबी, आरएलवीडी, वीएमडी, एएनपीआर आदि का अधिष्ठापन/क्रियाशीलता सुनिश्चित करें।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के उद्देश्यों के अनुरूप प्रशासन का शहर के सौन्दर्यीकरण एवं नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता दोनों पर विशेष फोकस है। लोगों से भी फ़ीडबैक एवं सुझाव लिया जाता है। उन्होंने कहा कि सौन्दर्यीकरण के लिए हरित क्षेत्र का विकास किया जा रहा है। यातायात के दृष्टिकोण से मानकों के अनुसार यू-टर्न, वन-वे, ट्रैफिक डायवर्सन, यातायात नियमों का अनुपालन, साईनेजेज का जगह-जगह प्रदर्शन इत्यादि का क्रियान्वयन किया जा रहा है। अवैध पार्किंग पर रोक लगाने से यातायात सुगम रखने में आसानी होगी। सुचारू यातायात व्यवस्था जनहित में अत्यावश्यक है। यह हमारे कार्यशैली एवं जीवन-शैली पर भी काफी प्रभाव डालता है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि जनहित में सड़कों, फुटपाथ एवं सर्विस रोड को अतिक्रमणमुक्त रखना आवश्यक है। इस उद्देश्य से समय-समय पर अतिक्रमण-उन्मूलन अभियान चलाया जाता है। सभी मुख्य मार्गों एवं प्रधान मार्गों (आर्टिरियल रोड तथा ट्रंक रोड) से अवैध वेंडिंग तथा अवैध पार्किंग को हटाना जनता के लिए आवश्यक है। किसी भी मार्ग पर किसी भी तरह की अनधिकृत व्यावसायिक गतिविधि की स्वीकृति नहीं दी जा सकती है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि वाहनों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण अक्सर यातायात पर दबाव देखा जा रहा है। कंजेशन की समस्या दूर करने तथा सुचारू परिवहन के लिए बेहतर प्रबंधन आवश्यक है। इससे सड़क दुर्घटना को रोका जा सकता है। नेहरू पथ (सगुना मोड़-राजाबाजार-चिड़ियाघर-राजवंशी नगर-शास्त्री नगर-विश्वेश्वरैया भवन/विकास भवन-बिहार म्यूजियम-आयकर चौराहा), खगौल नहर रोड, अटल पथ, चितकोहरा, गर्दनीबाग, बोरिंग रोड, कंकड़बाग, चिरैयाटांड पुल, बांकीपुर, कुम्हरार, बाईपास, अशोक राजपथ, पटना सिटी एवं अन्य किसी भी क्षेत्र में यातायात में बाधा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि नागरिक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखना ज़रूरी है। इसके लिए पार्किंग विकास, हरित विकास तथा अतिक्रमण मुक्ति की योजना चल रही है। इस कार्य योजना में आवश्यकता के अनुसार यू टर्न, पार्किंग, हरित क्षेत्र विकास किया जाएगा।
इस बैठक में विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था), ज़िला परिवहन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक यातायात एवं अन्य भी उपस्थित थे।
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