बिहार के बुनकरों और कलाकारों को सशक्त करने के लिए बिहार खादी परिसर में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन

बिहार के बुनकरों और कलाकारों को सशक्त करने के लिए बिहार खादी परिसर में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन

**पटना, 28.09.2024** बिहार के स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को सशक्त करने के लिए बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड परिसर में दो दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका समापन आज हुआ। इस प्रशिक्षण में बिहार के कारीगरों को उत्पाद विकास, ब्रांडिंग, मार्केटिंग, बिक्री और फीडबैक एवं मूल्यांकन के बारे में जमीनी स्तर की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण का आयोजन बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड और अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के बनयेन इंपैक्ट फेलोशिप के सहयोग से किया गया।
प्रशिक्षण में विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षक के रूप में बिहार निवासी मनी राज सिंह (ऑपरेशन मैनेजर, नोबा जीएसआर), ऋषभ कुमार (मैनेजिंग डायरेक्टर, डेपिक्शन ऑफ क्रिएशन), प्रभाकर कुमार प्रजापति (गेस्ट फैकल्टी, समाजशास्त्र विभाग, वाणिज्य कॉलेज, पीयू), सौरव श्रीवास्तव (एमडी, जिक्सी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड), और रिधिमा श्रीवास्तव (डायरेक्टर, वीव हैंड) मौजूद रहे।
सभी प्रशिक्षकों ने बुनकरों को उत्पाद विकास से लेकर मार्केटिंग और बिक्री के बारे में ग्राउंड लेवल जानकारी दी। इस कार्यशाला में बिहार के विभिन्न दूर-सुदूर क्षेत्रों से अलग-अलग कला से जुड़े 80 कलाकार उपस्थित थे।
बनयान इंपैक्ट फेलोशिप के फेलो, सासाराम, बिहार निवासी विनीत प्रकाश ने प्रशिक्षण का नेतृत्व करते हुए बताया कि जब उन्हें एआईएफ की तरफ से प्रोजेक्ट के लिए धनराशि मिली, तो उन्होंने बिहार खादी के साथ मिलकर यहां के जमीनी कलाकारों को सशक्त करने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया। इसके लिए उन्होंने बिहार खादी के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी एवं खादी की पूरी टीम का धन्यवाद दिया, जिनके प्रयास से यह कार्यक्रम सफल हुआ।
इस संबंध में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी निखिल धनराज निप्पणीकर ने कहा कि बिहार खादी समय-समय पर ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती आ रही है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से बिहार के बुनकरों को मूलभूत जानकारी के साथ वर्तमान दौर में उत्पाद मार्केटिंग और उत्पादन के बदलते परिवेश की जानकारी प्रदान की गई। हमें प्रसन्नता है कि बिहार के युवा उद्यमिता के क्षेत्र में नए सोच के साथ बिहार में बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं और बिहार खादी भी इसी दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।

0 Response to "बिहार के बुनकरों और कलाकारों को सशक्त करने के लिए बिहार खादी परिसर में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन"

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article