ए – हेल्प कार्यकर्ताओं से अब मिलेगा पशुपालकों को चिकित्सा सेवाएँ

ए – हेल्प कार्यकर्ताओं से अब मिलेगा पशुपालकों को चिकित्सा सेवाएँ

 


दिनांक:28 दिसंबर 2023  
स्थान:कौशल विकास केंद्र, बेलदारी चक,पटना
 
आज दिनांक 28 दिसंबर 2023 को ए - हेल्प, डेयरी पशु प्रबंधन, RPL एवं कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरण समारोह तथा ग्रामश्री किसान स्कूल का उद्घाटन समारोह का आयोजन स्कोप ट्रेनिंग एंड कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया | समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. एन. विजयलक्ष्मी, प्रधान सचिव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार द्वारा किया गया | 

समारोह का आरम्भ अतिथियों का पुष्प गुच्छ व अंग वस्त्र से स्वागत के साथ किया गया | समारोह में शिरकत करने वाले सभी मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया | तदोपरांत ए - हेल्प, डेयरी पशु प्रबंधन, RPL एवं कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षुओं को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका उत्साह वर्धन किया गया | सर्वप्रथम कृत्रिम गर्भाधान, RPL तथा ए – हेल्प की प्रशिक्षुओं ने अपना अनुभव साझा किया | 

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप  में उपस्थित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव, डॉ. एन. विजयलक्ष्मी ने अपने संबोधन में बताया कि अब तक कुल 350 पशु सखियों को ए – हेल्प का प्रशिक्षण दिया जा गया है तथा इस वित्तीय वर्ष में शेष 500 पशु सखियों को प्रशिक्षित किया जाना है |  बिहार में इस प्रशिक्षण का कुल लक्ष्य 2,000 है जिसे अगले वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जायेगा | उन्होंने इस प्रशिक्षण के सफल संचालन के लिए स्कोप संस्था के  संस्थापक तथा प्रधानाध्यापक सहित सभी प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षुओं को बधाई दिया |  आगे उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों को ए – हेल्प के माध्यम से अतिरिक्त प्रशिक्षण प्रदान किया गया  | जैसे मनुष्यों के लिए स्वास्थ्य सेवा आशा तथा ए.एन.एम.  द्वारा प्रदान किया जाता है वैसे ही अब ए – हेल्प कार्यकर्ता पशुओं की स्वास्थ्य सेवा के लिए कार्य करेंगी तथा पशु स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियों से अपने क्षेत्र के पशु किसानों को  जागरूक करेंगी जो बिहार में एक रिवोल्यूशन ला देगा | 

आगे उन्होंने अपने संबोधन में  कहा कि लोगों की इच्छा होती है कि वो रोजगार के लिए पशुपालन की शुरुआत करें परंतु उन्हें तकनीकि जानकारी नहीं मिल पाता है यह एक बहुत बड़ा गैप है | इसके लिए विभाग पोल्ट्री, बकरी पालन, मत्स्य पालन, गौ पालन आदि से संबंधित नीति का निर्माण किया जा रहा है| इससे रोजगार के अनेक अवसरों का सृजन होगा | यह नीतियाँ बिहार कृषि रोड मैप को सहयोग देगा|

अगले सत्र में नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड, गुजरात से समारोह में भाग लेने आये  डॉ. टी. प्रकाश ने सभी प्रशिक्षुओं तथा उनके परिवार को भी धन्यवाद दिया जिनके सहमति से प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर पाने में सफल हो सके | उन्होंने कहा कि अब ए – हेल्प प्रशिक्षण प्राप्त दीदियाँ जीविका के सहयोग से अपने क्षेत्र में पशुओं के स्वास्थ्य के लिए कार्य करेंगी | 

अपने संबोधन में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के निदेशक श्री नवदीप शुक्ला ने बताया कि नेशनल डेयरी विकास बोर्ड की पाठ्यक्रम से ही ए – हेल्प का प्रशिक्षण दिया गया | उन्होंने बताया कि बिहार में ए – हेल्प कार्यक्रम वर्ष 2023 से संचालित किया जा रहा है | प्रशिक्षण के उपरान्त प्रशिक्षुओं के कौशल का स्तर काफी बढा है | अंत में उन्होंने कहा कि आशा के तर्ज पर ही ए – हेल्प को खड़ा किया जा रहा है | ए – हेल्प प्रशिक्षण प्राप्त कार्यकर्ता अब एक्सटेंशन वर्कर के रूप में  कार्य करेंगी | 

समारोह के अंत में स्कोप संस्था के प्राध्यापक श्री ब्रिंद प्रसाद द्वारा अतिथियों, आगंतुकों एवं प्रशिक्षण प्राप्त सफल प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया |

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