आयुक्त की अध्यक्षता में पटना हवाई अड्डा पर्यावरण प्रबंधन समिति (एइएमसी) की बैठक हुई
आयुक्त ने कहाः सुरक्षित एयर ट्रैफिक सुनिश्चित करना सर्वाेच्च प्राथमिकता; पर्यावरण प्रबंधन के वैश्विक मानकों के अनुसार एयरपोर्ट का संचालन करें
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विभिन्न विभागों सहित सभी स्टेकहोल्डर्स के बीच सार्थक समन्वय एवं सुदृढ़ संवाद की आवश्यकता पर आयुक्त ने दिया बल
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पटना, सोमवार, दिनांक 16.06.2025ः आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना-सह-अध्यक्ष, विमानपत्तन पर्यावरण प्रबंधन समिति, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर सर्वाेत्तम नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता तथा उच्चतम सुरक्षात्मक मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। वे आज पटना एयरपोर्ट के सभाकक्ष में विमानपत्तन पर्यावरण प्रबंधन समिति (एइएमसी) की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे। आयुक्त ने कहा कि सुरक्षित एयर ट्रैफिक सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उन्होंने इसके लिए संबंधित विभागों सहित सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) के बीच सार्थक समन्वय एवं सुदृढ़ संवाद की आवश्यकता पर बल दिया।
आयुक्त ने कहा कि एयरपोर्ट सार्वजनिक सुविधा का अत्यंत महत्वपूर्ण केन्द्र है तथा प्रशासन के लिए यात्रियों की सुरक्षा सर्वाेपरि है। इसके लिए पर्यावरणीय प्रबंधन एवं सतत विकास के मूलभूत सिद्धांतों को ध्यान में रखना पड़ेगा। पर्यावरण प्रबंधन के वैश्विक मानकों के अनुसार एयरपोर्ट का संचालन आवश्यक है।
आयुक्त डॉ. सिंह ने कहा कि विमानन सुरक्षा नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा सभी हवाई अड्डों के सुरक्षित संचालन के लिए मानक निर्धारित किया गया है। इसका अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
1. आयुक्त ने नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को एयरपोर्ट इलाके में सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से कूड़े का समुचित निस्तारण करने का निदेश दिया। उन्होंने नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को एयरक्राफ्ट रूल्स, 1937 के नियम 91 के प्रावधान के अनुसार हवाई अड्डा के निर्धारित त्रिज्या 10 किलोमीटर क्षेत्र में एसओपी के अनुसार दुकानों का संचालन कराने तथा कूड़े का समुचित निस्तारण करने एवं साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निदेश दिया ताकि बर्ड-हीट की घटना पर नियंत्रण पाया जा सके। कार्यपालक पदाधिकारी, नूतन राजधानी अंचल द्वारा आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि *गर्दनीबाग डम्पिग यार्ड में कूड़ा को जमा करना बंद किया जाएगा। यारपुर में गार्बेज ट्रांस्फर स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है जो लगभग डेढ़ महीना में बन कर तैयार हो जाएगा। गर्दनीबाग डम्पिग यार्ड का आगे गोदाम के रूप में उपयोग किया जाएगा। आयुक्त द्वारा 15 अगस्त से पहले यारपुर गार्बेज ट्रांस्फर स्टेशन को क्रियाशील करने का निदेश दिया गया। गर्दनीबाग डम्पिग यार्ड का भविष्य में गोदाम के तौर पर प्रयोग करने के लिए इसे सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से समुचित रूप से ढंकने का निदेश दिया गया*। आयुक्त ने कहा कि खुले में मांस-मछली की दुकानों पर लगातार नजर रखें। प्रावधानों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध विधि-सम्मत दंडात्मक एवं कानूनी कार्रवाई करें। पशु क्रूरता अधिनियम, प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम तथा अन्य प्रासंगिक अधिनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि खुले में मांस एवं मछली की गतिविधि न केवल सुरक्षित एयरक्राफ्ट ऑपरेशन के लिए खतरा है बल्कि यह लोक-स्वास्थ्य के प्रति भी प्रत्यक्ष चुनौती है। उन्होंने कहा कि विमानों एवं यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है कि पटना एयरपोर्ट के आस-पास के क्षेत्रों में पक्षियों के आकर्षण के स्रोत को कम किया जाए। उन्होंने कहा कि पक्षियों के अधिकतम जमावड़े वाले स्थान को हटाना जीवन-सुरक्षा के लिए आवश्यक है। निदेशक, नागर विमानन विभाग, पटना हवाई अड्डा द्वारा आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से नगर परिषद फुलवारीशरीफ क्षेत्र में अनेक दुकानों को हटाया गया है। नूतन राजधानी अंचल एवं दानापुर अंतर्गत कई स्थानों पर से अतिक्रमण हटाया गया है। नूतन राजधानी अंचल, दानापुर एवं फुलवारीशरीफ नगर परिषद द्वारा नियमित तौर पर अभियान चलाया जा रहा है, खुले में मांस एवं मछली की दुकानों को नियंत्रित करने के लिए नोटिस चिपकाया गया है तथा कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है। आयुक्त ने नगर कार्यपालक पदाधिकारियों के टीम को सक्रिय एवं तत्पर रहने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। इसके लिए पदाधिकारीगण हर संभव प्रयास करें। पक्षियों के आकर्षण स्रोतों यथा दुकानों एवं कूड़ों का मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार क्रमशः संचालन एवं निस्तारण सुनिश्चित करें।
2. निदेशक, जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा द्वारा बताया गया कि एयरपोर्ट के नजदीक स्थित सचिवालय के क्लॉक टावर की ऊँचाई को कम करने की आवश्यकता है ताकि हवाई जहाजों के लैंडिंग में कोई समस्या न हो। वर्तमान में इस टावर की ऊँचाई 49.5 मीटर है जिसके कारण 134 मीटर रनवे का उपयोग नहीं हो पा रहा है। साथ ही मानकों के अनुसार विमान को तीन डिग्री पर लैंड करना चाहिए लेकिन इस क्लॉक टावर की अधिक ऊँचाई रहने के कारण इस मानक को प्राप्त करना संभव नहीं हो पा रहा है तथा विमानों को सवा तीन से साढ़े तीन डिग्री पर लैंड करना पड़ रहा है। निदेशक द्वारा बताया गया कि क्लॉक टावर की ऊँचाई को 17.5 मीटर घटाने की आवश्यकता है ताकि मानकों के अनुसार विमानों का लैंडिंग हो सके एवं रनवे का समुचित उपयोग किया जा सके। आयुक्त ने कहा कि सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से मानकों के अनुसार विमानों के लैंडिंग हेतु जिलाधिकारी, पटना क्लॉक टावर की ऊँचाई को घटाने के लिए समिति से विधिवत प्रस्ताव प्राप्त करेंगे तथा मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग को भेजेंगे। इस पर सरकार द्वारा निर्णय लिया जाएगा।
3. पटना एयरपोर्ट का रनवे छोटा होने के कारण यहाँ विमानों के लैंडिंग में दिक़्क़त आती है।अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार पटना एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई बढ़ाने की आवश्यकता है। आयुक्त ने कहा कि इसके लिए जिला प्रशासन, पटना द्वारा सर्वाधिक उपयुक्त प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। एयरपोर्ट के पश्चिम दिशा में 200 मीटर तथा पूर्व दिशा में 500 मीटर जमीन की जरूरत होगी। पश्चिम तरफ खाली जमीन है। पूर्व दिशा में पटना जू के लगभग 15 एकड़ जमीन की आवश्यकता पड़ेगी। जिला प्रशासन, पटना द्वारा जू के लिए इसके पश्चिम तरफ वैकल्पिक भूमि की संभावना भी खोजी जा रही है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी, पटना द्वारा मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
4. निदेशक, नागर विमानन विभाग, पटना हवाई अड्डा ने बताया कि फ्लाईट सुरक्षा हेतु नियमित अंतरालों पर पेड़ों की छंटाई किया जाना आवश्यक है। इसके लिए संजय गाँधी जैविक उद्यान के निदेशक के साथ नियमित तौर पर समन्वय करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाती है। आयुक्त ने वन विभाग के पदाधिकारी को एयरक्राफ्ट एक्ट, 1934 के प्रावधानों के तहत अब्सटैकल लिमिटेशन सर्वे के अनुसार बाधाओं को हटाने एवं पेड़ों की छंटाई करने का निर्देश दिया।
5. आयुक्त ने सक्षम प्राधिकार से विधिवत अनुमोदन प्राप्त कर कैट-। लाईट के अधिष्ठापन, डॉप्लर वेरी हाई फ्रिक्वेंसी ओम्नि डायरेक्शनल रेंज (डीवीओआर) के कमिशनिंग कार्य में सुगमता एवं ऑप्टिकल लैंडिग सिस्टम (ओएलएस) सर्वे के अनुसार पेड़ों की छंटाई हेतु कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।
6. आयुक्त डॉ. सिंह ने कहा कि पथ निर्माण विभाग, पटना नगर निगम, वन एवं पर्यावरण विभाग, नगर विकास विभाग, पटना पुलिस, यातायात, जैविक उद्यान, विद्युत विभाग सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए पटना हवाई अड्डा पर सुरक्षित एयर ट्रैफिक हेतु अपेक्षित कार्यों का ससमय सम्पादन करें।
7. आयुक्त ने नगर विकास एवं आवास विभाग के पदाधिकारियों को पटना एयरपोर्ट के आस-पास के क्षेत्र में साफ-सफाई के लिए नियमित तौर पर विशेष अभियान संचालित करने तथा ड्रेनेज सिस्टम को सुदृढ़ रखने का निदेश दिया। बारिश के समय जल-जमाव की समस्या न हो इसके लिए सजग रहने का निदेश दिया गया।
8. आयुक्त ने नगर कार्यपालक पदाधिकारी, नूतन राजधानी अंचल को सुरक्षा के दृष्टिकोण से पटना एयरपोर्ट परिसर से आवारा कुत्तों को हटाने के लिए नियमानुसार लगातार अभियान चलाने का निदेश दिया।
9. आयुक्त ने कहा कि हवाई अड्डा पर्यावरण प्रबंधन समिति के दिशा-निदेशों के अनुरूप सभी पदाधिकारियों को सुरक्षित यातायात प्रबंधन एवं एयर ट्रैफिक सुरक्षा सुनिश्चित करना होगा।
इस बैठक में आयुक्त के साथ जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम., पुलिस अधीक्षक यातायात, पटना श्री अपराजित लोहान, अपर नगर आयुक्त, पटना नगर निगम, वन प्रमंडल पदाधिकारी, निदेशक, नागर विमानन विभाग, पटना विमानपत्तन, कमान्डिंग ऑफिसर भारतीय वायुसेना, बिहटा, संजय गाँधी जैविक उद्यान के निदेशक, समादेष्टा केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, पटना हवाई अड्डा, मंडल रेल प्रबंधक, दानापुर के प्रतिनिधि, नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी एवं अन्य भी उपस्थित थे।
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