अत्यंत पिछड़ी जातियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. *राज्यपाल को 15- सूत्री मांगपत्र सौंपा गया.

अत्यंत पिछड़ी जातियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. *राज्यपाल को 15- सूत्री मांगपत्र सौंपा गया.

पटना: 27 मई 2025:
राज्यसभा सांसद एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ भीम सिंह के नेतृत्व में अत्यंत पिछड़ी जातियों का 15- सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज बिहार के महामहिम राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खां से राजभवन पटना में मिला और और उन्हें अत्यंत पिछड़ी जातियों से संबंधित 15- सूत्री मांगपत्र सौंपा. विदित हो कि इन मांगों के समर्थन में डॉ भीम सिंह के नेतृत्व तथा अत्यंत पिछड़ा वर्ग चेतना मंच के बैनर तले लंबे समय से अभियान चलाया जा रहा है. विगत 9 मार्च 2025 को मिलर स्कूल मैदान पटना में एक विशाल सम्मेलन भी किया गया था. सम्मेलन में बिहार तथा केंद्र सरकार के अनेक मंत्रीगण शामिल हुए थे और उन्हें भी यह मांगपत्र समर्पित किया गया था. 
       महामहिम को मांगपत्र सौंपने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए डॉ भीम सिंह ने बताया कि महामहिम ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
अत्यंत पिछड़ी जातियों के सर्वांगीण विकास के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू करने, अत्यंत पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम की स्थापना करने, पांच करोड़ रुपए तक की सरकारी ठेकेदारी में आरक्षण प्रावधान लागू करने, पंचायत एवं नगर निकायों में 20% आरक्षण को बढ़ाकर 30% करने, विधानसभा- लोकसभा में अत्यंत पिछड़ी जातियों के लिए सीटें आरक्षित करने, संविधान में संशोधन कर विधान परिषद में अत्यंत पिछड़ी जातियों के लिए सीट आरक्षित करने, रोहिणी आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक करने, भारतरत्न कर्पूरी ठाकुर फाउंडेशन/ इंटरनेशनल सेंटर की स्थापना करने जैसी 15 मांगे इस मांगपत्र में शामिल हैं. 
      डॉ भीम सिंह के नेतृत्व में गए इस शिष्टमण्डल में शामिल अन्य हैं- राम बहादुर चौधरी, नेहा सिंह, निशा सिंह, सुन्दर सहनी, सुभाष चन्द्रवंशी, जीत कुमार, जेपी चन्द्रवंशी, प्रभात कुमार मालाकार, संदीप शर्मा, दिलीप चन्द्रवंशी, Pappu Chandravanshi,  सिद्घनाथ सिंह चन्द्रवंशी, चीनचीन कुमार, धीरू चन्द्रवंशी, राकेश कुमार गुड्डू और राम बाबू कानू.

0 Response to "अत्यंत पिछड़ी जातियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. *राज्यपाल को 15- सूत्री मांगपत्र सौंपा गया."

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article