गणतंत्र दिवस के मौक़े पर देश आज कई चुनौतियों से लड़ रहा है ~ सैय्यद दानिश
विश्व शांति के मुख्य संपादक सैय्यद दानिश ने बिहारवासियों व देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गणतंत्र का असली मतलब तो बदलाव है। जनता के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना है। आपके आस पास किस तरह की व्यवस्था है ये अपसे बेहतर कोई नहीं जानता। देश के बुनियादी मुद्दे आज भी आपके चेहरों पर तमाचे मार रहे हैं। राजनीतिक दलों ने देश की क्या दुर्दशा कर दी ये किससे छिपा है। असली गणतंत्र या स्वतंत्रता दिवस उसी दिन धरातल पर उतरेगा जब एक आम आदमी भी बादशाह ए वक़्त के गिरेबान पकड़ कर सवाल कर सके कि ये ऐसे क्यों हुआ, ये कुर्ता कहाँ से आया। गणतंत्र दिवस हमारा महान राष्ट्रीय पर्व है। संविधान के सृजन से ही देश की आजादी का मूल लक्ष्य हमने हासिल किया। हमारे राष्ट्रीय पर्व हमें अवसर देते हैं कि हम आत्म अवलोकन करें कि हम अपने राष्ट्रीय दायित्वों के पूर्ति हेतु कितने सजग हैं? कितने सचेत हैं? राष्ट्र के निर्माण और विकास में हमारी कितनी सहभागिता रही? जन शक्ति ही लोकतंत्र का प्राण तत्व है इसलिए हर नागरिक में दायित्व बोध का होना ही उस राष्ट्र समुन्नति के पथ को सुनिश्चित करता है।
0 Response to "गणतंत्र दिवस के मौक़े पर देश आज कई चुनौतियों से लड़ रहा है ~ सैय्यद दानिश"
एक टिप्पणी भेजें