पारस एचएमआरआई में इंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड मशीन की शुरुआत
• पेट और आंत के ट्यूमर, कैंसर, अल्सर, टीबी, पित्त की थैली की बीमारियों का बेहतर तरीके से पता लगाया जा सकेगा
• ईआरसीपी करने में भी कारगर है यह मशीन
पटना।
पारस एचएमआरआई, पटना ने अपने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में अब इंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड (ईयूएस) मशीन लग गई है। इस मशीन के आने से विभाग में उपचार के नए आयाम जुड़ गए हैं। ईयूएस तकनीक एक एंडोस्कोप (एक पतली, लचीली ट्यूब जिसमें एक कैमरा और एक अल्ट्रासाउंड प्रोब होता है) का उपयोग करके शरीर के अंदर की छवियां प्राप्त करती है।
हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के *विभागाध्यक्ष डॉ. सत्यम सिन्हा* ने इस अवसर पर कहा कि ईयूएस मशीन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के रोगों का जाँच व निदान करने में अत्यंत उपयोगी है। इस मशीन के माध्यम से हम पेट और आंतों के कैंसर, अल्सर, टीबी, पित्त की थैली की बीमारियों आदि का बेहतर तरीके से पता लगा सकते हैं। इसके अलावा, यह मशीन बायोप्सी लेने में भी मदद करती है, जिससे रोग का सटीक निदान संभव हो पाता है। पेनक्रियाज के सिस्ट की जानकारी या ट्यूमर की जानकारी और सिस्ट जो पेनक्रियईटिस के उपरांत होता है उनका उपचार भी संभव है।
*सिनियर कंसल्टेंट डॉ. शाहिद सिद्दिकी* ने इस अवसर पर कहा कि ईयूएस तकनीक ईआरसीपी करने के लिए भी एक सक्षम और सटीक तकनीक है। ईआरसीपी लीवर, पित्ताशय, पित्त नलिकाओं, और अग्न्याशय से जुड़ी समस्याओं का पता लगाने और इलाज करने की एक प्रक्रिया है।
*सीनियर कंसल्टेंट डॉ. करण भार्गव* ने कहा कि ब्लीडिंग रोकने को क्वाइलिंग करने के लिए भी ईयूएस तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है। कैंसर जैसे जटिल बिमारी में कभी-कभी पेट दर्द असहनीय हो सकता है मुख्यतः पेनक्रियाज के कैंसर की जिसमे हम ईयुएस के द्वारा इंजेक्शन से निदान पा सकते हैं।
पारस एचएमआरआई के *फैसिलिटी डाइटेक्टर अनिल कुमार* ने कहा कि पारस एचएमआरआई हमेशा अपने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। ईयूएस मशीन के आने से हमारे विभाग की क्षमता में काफी वृद्धि हुई है। अब हमारे पास अपने मरीजों को उपचार सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक और सुविधा उपलब्ध है।
0 Response to "पारस एचएमआरआई में इंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड मशीन की शुरुआत"
एक टिप्पणी भेजें