सीतामढ़ी जीआरपी की पिटाई से घायल मो फुरकान से एसकेएमसीएच में रितु जायसवाल और बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजे जाने की मांग की है : एजाज अहमद
बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस के द्वारा मो फुरकान की निर्ममता पूर्वक की गई पिटाई की घोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के जघन्य अपराध में संलिप्त जीआरपी के पुलिस और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है ।
एजाज अहमद आगे बताया कि बिहार प्रदेश राजद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रितु जयसवाल ने आज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच जाकर घायल मो फुरकान से मिली और डॉक्टरों से इस संबंध में जानकारी प्राप्त की ।
साथ ही साथ उनके परिजनों मिलकर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया और कहा कि बेहतर इलाज के लिए दिल्ली ले जाने की आवश्यकता है।
एजाज ने आगे कहा कि ऐसे कृत्य में शामिल पुलिस वाले को तुरंत बर्खास्त कर उनपर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है जिससे कि यह नजीर के रूप में लोगों के सामने लाया जा सके । ज्ञात हो कि मो फुरकान कि अमानवीय तथा बर्बर तरीके से पिटाई की गई, जिससे उसका पेट फट गया और आंत बाहर निकल आया, अभी वह मरणासन्न स्थिति में मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में इलाजरत है। जहां वह जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे है।
एजाज ने आगे बताया कि मो फुरकान अपने परिवार के सदस्यों को ट्रेन में सवार करने के लिए सीतामढ़ी कि जनकपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा था जहां उसने सीतामढ़ी जीआरपी पुलिस के द्वारा ट्रेन में पैसा लेकर यात्रियों को बैठाये जाने का विरोध किया तो पुलिसकर्मी ने उनकी जिस तरह से पिटाई की उसे सभ्य समाज इसकी इजाजत नहीं देता है । इस तरह से अमानवीय तथा बेरहमी से पिटाई के कारण आज वह मरणासन्न की स्थिति में मुजफ्फरपुर में है। इन्होंने अविलंब मो फुरकान के इलाज के लिए दिल्ली ले जाने की व्यवस्था रेलवे तथा बिहार सरकार से कराए जाने की मांग की है जिससे कि उसकी जान को बचाई जा सके।
इस संबंध में एजाज अहमद ने बताया कि राजद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रितु जयसवाल नेआज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच पहुँच कर पीड़ित उनके परिजनों से मुलाकात की और डॉक्टरो से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त की।
बिहार सरकार से मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा चलाये जाने की मांग की है,ताकि 'रक्षक' की वर्दी में 'भक्षक' बने इन पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी का एहसास हो सके।
रक्षक के भेष में भक्षकों के होने से समाज में भय का माहौल बनता जा रहा है। रितु जयसवाल ने कहा कि महिला होने के नाते मुख्यमंत्री जी तो मेरी बात को तवज्जो देंगे ही नहीं। कोई पुरूष ही उन्हें समझाए कि बिहार में जनता का राज (कानून का राज) नहीं, बल्कि पुलिस का राज है।
0 Response to "सीतामढ़ी जीआरपी की पिटाई से घायल मो फुरकान से एसकेएमसीएच में रितु जायसवाल और बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजे जाने की मांग की है : एजाज अहमद "
एक टिप्पणी भेजें