शुक्रगुलजार में हुई गरजे घटा घन घन और जय शिव शंकर जय गंगाधर की प्रस्तुति

शुक्रगुलजार में हुई गरजे घटा घन घन और जय शिव शंकर जय गंगाधर की प्रस्तुति

आज कला संस्कृति एवं युवा विभाग एवं भारतीय नृत्य कला मंदिर मंदिर के द्वारा बहुउद्देशीय परिसर मे शुक्र-गुलजार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विभाग की अपर मुख्य सचिव  श्रीमती हरजोत कौर, श्री अजय कुमार श्रीवास्तव, श्री अवधेश राम, शास्त्रीय गायक श्री अनुदीप डे एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति मे दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
आज के शुक्र-गुलजार में शास्त्रीय संगीत गायक श्री अनुदीप डे ने अपनी प्रस्तुति दी। इन्होंने पटियाला घराने की गायिकी की शिक्षा विदुषी अंजना नाथ से प्राप्त की। श्री अनुदीप डे ने अपनी संगीत सीखते की यात्रा की शुरुआत 4 वर्ष की उम्र से की थी।
शाम की शुरुआत उन्होंने  *“राग मेघ मे झपताल में  “ गरजे घटा घन घन”* से की। उसके बाद उन्होंने छोटा खयाल *“ गगन गरजत दमकत दामिनी”*, भजन “ जय शिवशंकर जय गंगाधर” की प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में उन्होंने ठुमरी “ अब न बजाओ श्याम बाँसुरी” गाकर  शमा बांध दिया।
कार्यक्रम के दौरान श्री अनुदीप डे के साथ हारमोनियम पर श्री विभाश मिश्रा और तबले पर श्री शांतनु राय ने संगत किया। कार्यक्रम के दौरान सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बेगम अख्तर की प्रसिद्ध गजल  उल्टी पड़ गई सब तदबीरें , आज जाने की जिद न करो,  और आवोगे जब तुम साजना अंगना फूल खिलेंगे जैसे गजल सुना कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में उन्होंने यमुना किनारे मोरा गांव, सावरे आई जइयो भजन से कार्यक्रम सा समापन किया।कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती सोमा चक्रवर्ती ने किया ।

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