![*संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 26 फरवरी 2024 को “डब्ल्यूटीओ छोड़ो दिवस” का आह्वान, केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने समर्थन जाहिर किया* *संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 26 फरवरी 2024 को “डब्ल्यूटीओ छोड़ो दिवस” का आह्वान, केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने समर्थन जाहिर किया*](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi9Pjlnxn1g7pxJ2vtjee41pPEAKks_akkRiF3h0n47J5LDCZ9F2EOo2Z2AqH-_4nI89PsEwIO4syKk3KFIxVIBI-gX0eGYQ05saSWrtrCiGakehUQOUCmz-f5npwP3zOfGpnk7fddFKbaWyodugAbWrpa-A2JTrt1a3UmPx0gRwoCwBLsfe1GO9L0WFiM/s320/IMG-20240224-WA0119.jpg)
*संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 26 फरवरी 2024 को “डब्ल्यूटीओ छोड़ो दिवस” का आह्वान, केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने समर्थन जाहिर किया*
आज पटना के ऐक्टू कार्यालय में संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार और केंद्रीय श्रमिक संगठन ,बिहार की संयुक्त राज्यस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एक्टू के महासचिव कॉमरेड आर एन ठाकुर और ए आई के के एम एस के राज्य सचिव कॉमरेड रामबृक्ष राम ने संयुक्त रूप से किया।
बैठक में 16 फरवरी 2024 के औद्योगिक/क्षेत्रीय हड़ताल और राष्ट्रव्यापी ग्रामीण बंद की समीक्षा और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रम पर चर्चा की गई।
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठन ने भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर किए जा रहे दमन और हत्या की भर्त्सना की। भाजपा सरकार ने किसानों से किए गए वादे पूरे करने के बजाय, किसानों पर आंसू गैस और रबर बुलेट से हमला किया, और किसानों की हत्या की है। वहीं, किसानों के खिलाफ क्रूरता बंद करने के जगह किसानों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार ने 26 फरवरी को बिहार के सभी किसानों से जिलों में “डब्ल्यूटीओ छोड़ो दिवस” मानने और डब्ल्यूटीओ का पुतला दहन का आह्वान किया। केन्द्रीय श्रमिक संगठन ने भी इस कार्यक्रम को अपना समर्थन जाहिर किया। डब्ल्यूटीओ भारत सरकार को किसानों को एमएसपी न देने के साथ-साथ धन के रूप में लाभ के सीधे हस्तांतरण का तर्क देकर पीडीएस को वापस लेने के लिए मजबूर कर रही है। दोनों प्रस्ताव किसानों, गरीबों और भारत की खाद्य सुरक्षा और संप्रभुता के लिए हानिकारक हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार ने राज्य के किसानों से अपील किया है कि वे डब्ल्यूटीओ छोड़ने की मांग को लेकर डब्ल्यूटीओ का पुतला दहन करें।
इस क्रम में 26 फरवरी को पटना के जीपीओ गोलंबर से एक प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा और डब्ल्यूटीओ का पुतला दहन किया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने बिहार के किसानों से 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रस्तावित किसान महापंचायत में शामिल होने का आह्वान किया।
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के विभिन्न संगठन से उमेश सिंह, कृपा नारायण सिंह, सोना लाल प्रसाद, गोपाल शर्मा, नंद किशोर सिंह, इंद्रदेव राय, उमा शंकर वर्मा, रामबृक्ष राम, शंभू प्रसाद सिंह, ऋषि आनंद, जब्बार शामिल थे और केंद्रीय श्रमिक संगठन के विभिन्न संगठन से गणेश शंकर सिंह,गजनफर नवाब, आर एन ठाकर, श्री नंदन मंडल, डी पी यादव सहित बिहार के कई प्रमुख मजदूर-किसान नेता उपस्थित रहे।
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