
बाल दिवस के रूप में मनाई गई पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती।
वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड अंर्तगत सरकारी व गैरसरकारी विद्यालयों में प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाया गया। पंडित नेहरू का मानना था कि बच्चे देश का भविष्य और समाज के नींव होते हैं। बाल दिवस नेहरू की जयंती के अलावा बच्चों की शिक्षा और अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी मनाया जाता है। सोमवार को सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में बाल दिवस का आयोजन किया गया। गोरौल प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रसूलपुर कोरीगांव पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय रुसूलपुर कोरिगांव के परिसर में बाल दिवस का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रधान शिक्षिका नीला कुमारी ने की। जबकि संचालन शिक्षक प्रभाष चंद्र सिंह ने किया। जिस कार्यक्रम में 500 से अधिक छात्र छात्राएं शामिल हुए। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 134 वीं जयंती पर प्रधानाध्यापक नरेंद्र प्रसाद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि 14 नवंबर के दिन ही भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के मौके पर देश में पहली बार बाल दिवस मनाया गया था तभी से हर साल यह परंपरा चली आ रही है। इस अवसर पर सभी शिक्षक सहित सभी छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। मौके पर जिला पार्षद मनोज कुमार ठाकुर पूर्व मुखिया कौशल किशोर सिंह सरपंच दरोगा प्रसाद सिंह उत्क्रमित मध्य विद्यालय रसूलपुर कोरिया के प्रधानाध्यापक उपेंद्र कुमार, मध्य विद्यालय बाजितपुर कोरीगाँव के सुनीला कुमारी, एनपीएस रसूलपुर कोरीगाँव के चंदा कुमारी, एनपीएस डीह कोरीगांव के मालती कुमारी एनपीएस रसूलपुर कोरीगांव के विभा कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय संगत के सुभद्रा कुमारी, शिक्षिका मोना कुमारी, निर्मला कुमारी सहित मौजूद थी।
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