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आस्थालोक अस्पताल में एक दिन में तीन महिलाओं का दूरबीन से तीन अलग - अगल ऑपरेशन हुए
- डा नीलू प्रसाद ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन को किया
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पटना।
आस्थालोक हॉस्पिटल, कंकड़बाग में तीन मरीजों नई जिंदगी मिली। प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ सह नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नीलू प्रसाद के नेतृत्व में टीम ने एक दिन में तीन अलग - अलग तरह के सफल ऑपरेशन कर राज्य के तीन अलग-अलग जिले से आई महिलाओं व उनके स्वजनों के निराश चेहरों पर मुस्कान लाने का काम किया। सभी ऑपरेशन दूरबीन विधि से किए गए।
डॉ. प्रसाद ने तीन महिलाओं को नई जिंदगी मिलने पर खुशी जताते हुए बताया कि उनके पास तीन मरीज स्त्री संबंधित समस्याओं को लेकर आई थीं। बक्सर से आई 55 साल की मीना देवी (बदला हुआ नाम) के पेट के निचले हस्से में भारीपन था और वह अत्यधिक ब्लीडिंग से परेशान थीं। डायग्नोसिस में पता चला कि उनके बच्चेदानी में बहुत सारे गांठ हैं। गर्भाशय बड़ा हो गया है। इसके बाद हमने दूरबीन या टोटल लैप्रोस्कोपिक हिस्टेक्टोमी (टीएलएच) सर्जरी कर एक दिन में ही मरीज को छुट्टी दे दी। इसका खर्चा भी ओपन सर्जरी के बराबर ही आया। वहीं बिहारशरीफ की 50 साल की सीमा सिंह (बदला हुआ नाम) पांच साल से अनियमित ब्लीडिंग और गंदे पानी के स्त्राव से काफी परेशान थीं। इस मरीज की भी हमने टीएलएच के माध्यम से सफल सर्जरी की। और दो दिन में ही डिस्चार्ज कर दिया। इसके अलावा पूर्णिया से आई 48 साल की रीमा देवी (बदला हुआ नाम) के बच्चेदानी में बहुत बड़ा ट्यूमर था। बड़ा होने के बावजूद टीएलएच सर्जरी कर ट्यूमर को हटाया गया और मरीज को तीन दिन में ही अपने घर जाने की अनुमति दे दी गई। डॉ. प्रसाद ने बताया कि सभी मरीजों के सैंपल को बायोप्सी टेस्ट के लिए भी भेजा गया ताकि कैंसर है तो पकड़ सकें, नहीं है तो उसकी शंका खत्म कर सकें।
बता दें कि लोक आस्था अस्पताल पटना का अपनी श्रेणी टॉप हॉस्पिटल के रूप में जाना जाता है। अपने नाम के अनुरूप काम करते हुए इसने लोगों का भरोसा जीता है।
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