भारत के राष्ट्र निर्माता व संविधान रचयिता गरीबो की आवाज़
बाबा साहेब अम्बेदकर की जयन्ती के शुभ अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन अज़ीमाबाद वेलफेयर एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट AND LIFE CARE SOCIETY भारत के राष्ट्र निर्माता व संविधान रचयिता गरीबो की आवाज़
श्री बाबा साहेब अम्बेदकर की जयन्ती के शुभ अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन अज़ीमाबाद वेलफेयर एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट AND LIFE CARE SOCIETY द्वारा आयोजन किया गया!
कार्यक्रम में बाबा साहब अम्बेडकर की तस्वीर पर पुष्प अर्पण किया । संगोष्ठी मे मुख्य अतिथि बिहार शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन इरशाद अली आज़ाद ने कहा की हर साल 14 अप्रैल को डॉ भीम राव अम्बेडकर की जयंती मनायी जाती है। अम्बेडकर जी को सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इस दिन को पुरे भारत में आधिकारिक अवकाश के रुप में घोषित किया गया है। जाति व्यवस्था को समाप्त करने और भारत में सभी को एकसमान नागरिकता का अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया
बी.आर. अम्बेडकर या डॉ भीम राव अम्बेडकर स्वतंत्र भारत के सामाज सुधारक थे, उन्होंने भारत में सामाजिक असमानता, जाति व्यवस्था को पूर्ण रुप से समाप्त करने में योगदान दिया। वो स्वतंत्र भारत संविधान के निर्माता भी बने। वे कानून, राजनीति और अर्थशास्त्र सहित कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट थे। वो भारत गणराज्य के प्रमुख नेताओं और वास्तुकारों में से एक थे।
,सचिव मो यूनुस ने कहा की, शिक्षकों द्वारा उनके ऊपर उचित ध्यान नहीं जाता था और उन्हें सभी बच्चों से अलग कक्षा से बाहर बैठाया जाता था। इस प्रकार के अपमानित व्यवहार ने उन्हें इन निरर्थक विचारधाराओं के खिलाफ लड़ने और अपने अधिकारों को प्राप्त करने में सहायता की। 1990 में डॉ अम्बेडकर के मरणोपरांत उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया संगोष्ठी में गुलाम हसनैन, कमर रजा, राजन , सादिक गुलाम हसनैन, कमर रजा, राजन , सादिक समीर ,शहाबुद्दीन आदि मौजूद थे !
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