जल-जीवन-हरियाली दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम का किया गया आयोजन

जल-जीवन-हरियाली दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम का किया गया आयोजन


पटना 05.04.2023

मुख्य सचिव, बिहार श्री आमिर सुबहानी द्वारा आज बामेती, पटना में जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत ‘‘जल-जीवन-हरियाली दिवस’’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में किसानों की आवश्यकता के मद्देनजर वैकल्पिक फसलों, टपकन सिंचाई, जैविक खेती एवं कृषि में नई तकनीकों का उपयोग विषय पर परिचर्चा की गई। इसमें बिहार के सभी 38 जिलों से पदाधिकारी एवं किसानगण भी वेबकास्टिंग के माध्यम से जुड़े थे। इस कार्यक्रम में जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत अच्छे कार्य वाले किसानों को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। 

मुख्य सचिव ने अपने संबोधन में कहा कि जल-जीवन-हरियाली एक बहुआयामी कार्यक्रम है, जिसके अच्छे प्रभाव देखे जा रहे हैं। इस कार्यक्रम को और अधिक तेजी से बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए योजना की स्वीकृति, आवंटन एवं किसानों का प्रशिक्षण इत्यादि कार्य माह अप्रैल से लेकर जून तक कर लेने का निदेश दिया। साथ ही, उन्होंने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पूर्व से निर्मित सार्वजनिक जल संरचनाओं, तालाब, पोखर, कुँआ, नदी, नाला, आहर, पाइन के जीर्णोंद्धार के साथ-साथ नये जल-स्रोतों का उपयोग अधिक-से-अधिक हो, यह सुनिश्चित किया जाये। इस योजना के अंतर्गत किये जा रहे पौधरोपण का रख-रखाव किया जाये। उन्होंने कहा कि यह योजना इतिहास बनायेगा। साथ ही, उन्होंने राज्य की खुशहाली एवं स्वर्णिम भविष्य की कामना की।

प्रधान सचिव, कृषि विभाग, बिहार डाॅ॰ बी॰ राजेन्दर ने कहा कि बिहार में चलाये जा रहे जल-जीवन-हरियाली अभियान की चर्चा आज भारत में ही नहीं, पूरे विश्व में हो रही है। वर्तमान में वर्षा की अनियमितता, तापमान में परिवर्तन, भू-गर्भ जल का स्तर गिरने से फसलों की उत्पादकता में ह्रास हो रहा है। इसलिए इस योजना की आवश्यकता और अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से होने वाले संकट से बचने के लिए हमे तैयार रहना होगा। इससे जुड़ी हुई योजनाओं का शत्-प्रतिशत लाभ किसानों तक पहुँचाना होगा, ताकि किसानों के जीवन-स्तर में सुधार हो सके तथा फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि हो सके।

जल-जीवन-हरियाली अभियान के मिशन निदेशक श्री राहुल कुमार ने कहा कि पर्यावरण के संकट को राज्य सरकार ने समय से पहचाना है और इसके लिए कारगर कदम उठाये जा रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री जी की पहल पर 13 जुलाई, 2019 को बिहार विधान सभा के केन्द्रीय कक्ष में विधानमंडल के सदस्यों की संयुक्त बैठक बुलाई गयी। माननीय सदस्यों के सुझाव एवं सर्वदलीय सहमति के बाद जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरूआत 09 अगस्त, 2019 को की गयी। इस प्रकार, राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए ठोस प्रयास शुरू किया गया।

ज्ञातव्य हो कि जल-जीवन-हरियाली अभियान में कृषि विभाग के साथ ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, जल संसाधन विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, ऊर्जा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पंचायती राज विभाग, भवन निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग प्रत्यक्ष रूप से और राज्य सरकार के सभी विभाग अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सार्वजनिक जल संरचनाओं, तालाब, पोखर, कुँआ, नदी, नाला, आहर, पाइन के जीर्णोंद्धार के साथ-साथ नये जल-स्रोतों का सृजन किया जा रहा है। सरकारी भवनों की छत पर वर्षा जल के संचयन तथा सौर ऊर्जा को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है।

कृषि निदेशक डाॅ॰ आदित्य प्रकाश द्वारा अतिथियों का स्वागत संबोधन किया गया तथा इस कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन निदेशक बामेती श्री आभांशु सी॰ जैन ने किया। 

इस अवसर पर विशेष सचिव श्री रवीन्द्र कुमार राय, निदेशक उद्यान श्री नन्द किशोर, संयुक्त सचिव श्री अनिल कुमार झा, श्री संजय कुमार सिंह एवं श्री शैलेन्द्र कुमार, अपर निदेशक, कृषि अभियंत्रण श्री रवीन्द्र कुमार वर्मा सहित कृषि एवं अन्य विभागों के पदाधिकारीगण, कृषि वैज्ञानिक तथा प्रगतिशील किसानगण उपस्थित थे।

0 Response to " जल-जीवन-हरियाली दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम का किया गया आयोजन"

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article