कृषि मंत्री ने किया विश्व मृदा दिवस राज्यस्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन
किसानों को हर वह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जो उनकी आय बढ़ाने और खेती को समृद्ध करने में मददगार हो-
राम कृपाल यादव
पटना, दिनांक 05.12.2025
विश्व मृदा दिवस के अवसर पर कृषि विभाग, बिहार के माननीय मंत्री श्री राम कृपाल यादव जी ने बामेती, पटना के सभागार में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर माननीय मंत्री द्वारा पटना जिला के विभिन्न प्रखंडों से आए किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी वितरित किए गए।
इस कार्यक्रम में कृषि विभाग, बिहार के प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार, विशेष सचिव डॉ॰ बीरेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि निदेशक श्री नितिन कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक श्री स्पर्श गुप्ता, संयुक्त निदेशक (रसायन) श्री विनय कुमार पाण्डेय सहित विभाग के वरीय पदाधिकारी/कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
अपने संबोधन में माननीय कृषि मंत्री श्री राम कृपाल यादव जी ने कहा- कि
“मिट्टी सिर्फ धरती माँ का स्वरूप ही नहीं, बल्कि वह जीवन का आधार है। सदियों से मिट्टी ने हमें अन्न, पोषण और समृद्धि प्रदान की है, इसलिए इसकी सेहत की रक्षा करना हम सबका नैतिक दायित्व है।”
माननीय मंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आरम्भ की गई मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना किसानों को सशक्त और जागरूक बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल है। इसी क्रम में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के कुशल नेतृत्व में बिहार सरकार मिट्टी को स्वस्थ एवं उपजाऊ बनाए रखने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
माननीय मंत्री ने जानकारी दी कि-
“प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के प्रभावी नेतृत्व में अब तक बिहार में 01 करोड़ 65 लाख से अधिक किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने भारत को जैविक खेती का हब बनाने का जो संकल्प लिया है, उसके आलोक में बिहार कृषि विभाग भी जैविक खेती को तेजी से बढ़ावा दे रहा है।” जल्द ही हम बिहार को भी जैविक खेती को हब बनाने में कामयाब होंगे।
उन्होंने कहा कि-“मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए उर्वरकों का संतुलित उपयोग अत्यंत आवश्यक है। रासायनिक खादों के अंधाधुंध प्रयोग से भूमि की गुणवत्ता, अनाज की पौष्टिकता और मानव स्वास्थ्य सभी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।”
माननीय कृषि मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक एवं जैविक खेती अपनाने से किसानों की लागत घटेगी, उपज की गुणवत्ता बढ़ेगी और किसानों की आय में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।
आगे उन्होंने कहा-
“बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि और किसान हैं। राज्य की लगभग 76 प्रतिशत से अधिक आबादी की आजिविका कृषि पर आधारित है। बिहार के विकास में कृषि क्षेत्र की बहुत बड़ी भागीदारी है। हमारी सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने एवं खेती को अधिक लाभकारी और टिकाऊ बनाने के लिए पूरी तरह संकल्पित है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में हमारी सरकार राज्य में कृषि एवं किसानों के विकास के लिये पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। कृषि रोड मैप के माध्यम से राज्य के कृषि एवं किसानों की प्रगति एवं उन्नति के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे है। माननीय मंत्री ने कहा कि हम यह वादा करते है कि किसानों को हर वह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जो उनकी आय बढ़ाने और खेती को समृद्ध करने में मददगार हो। सरकार किसानों के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ी है।”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री पंकज कुमार ने कहा-
“धरती का ऊपरी हिस्सा ही संपूर्ण मानव जीवन की आधारशिला है। मिट्टी जीवंत तत्व है, जिसमें उर्वरता को पुनर्जीवित करने की अद्भुत क्षमता निहित है। इसलिए हमें इसका सम्मानपूर्वक संरक्षण करना चाहिए।”
उन्होंने पराली जलाने की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी पदाधिकारियों से तत्काल संज्ञान लेने की अपील की और यह संकल्प दिलाया कि-
उन्होंने कहा कि यदि हम मिट्टी की सेवा समर्पण और संवेदना के साथ करेंगे, तो यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी स्वस्थ एवं उपजाऊ रहेगी।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितों द्वारा मिट्टी संरक्षण, जैविक खेती के प्रसार और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने हेतु सामूहिक संकल्प लिया गया।
0 Response to "कृषि मंत्री ने किया विश्व मृदा दिवस राज्यस्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन"
एक टिप्पणी भेजें