डॉ. आशुतोष उपाध्याय महोदय , प्रमुख, भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग की स्वरचित कविता
स्वस्थ शहरों के लिये स्वस्थ मिट्टी
डॉ. आशुतोष उपाध्याय
प्रमुख, भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना – 800014
(1)
आओ साथियो! आज 5 दिसम्बर को, हम विश्व मृदा दिवस मनायें
क्यों महत्वपूर्ण है मृदा स्वास्थ्य?, हम इसको समझें और समझायें
अंतर्राष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ ने, 2002 में इसे मनाने की सिफारिश
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2013 में, स्वीकृत की उनकी गुजारिश
इस तरह से मिली थी हमको, विश्व मृदा दिवस मनाने की इजाजत
अत: मृदा को सम्मान देने एवं प्रबंधन की, हम सब करते वकालत
हम रखें मृदा की गुणवत्ता उत्तम, व ज्यादा से ज्यादा अन्न उपजायें
आओ साथियो! आज 5 दिसम्बर को, हम विश्व मृदा दिवस मनायें
क्यों महत्वपूर्ण है मृदा स्वास्थ्य?, हम इसको समझें और समझायें
(2)
थायलैंड के राजा अदुल्यादेज़ ने, चलाया था मृदा संरक्षण अभियान
उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की, करनी थी सराहना और पहचान
अत: जन्मदिन 5 दिसम्बर को मिला, ‘विश्व मृदा दिवस’ का मान
फिर शुरू हो गया मंथन, चिंतन, शोध व विचारों का आदान प्रदान
‘स्वस्थ शहरों के लिए स्वस्थ मिट्टी’, यह है वर्ष 2025 का विषय
इसमें निहित है मिट्टी की अहम भूमिका, और नहीं है कोई संशय
आज की विषम चुनौतियों पर, हम सभी का ध्यान केंद्रित करवायें
आओ साथियो! आज 5 दिसम्बर को, हम विश्व मृदा दिवस मनायें
क्यों महत्वपूर्ण है मृदा स्वास्थ्य?, हम इसको समझें और समझायें
(3)
मिट्टी करती पौधों का पोषण, और पहनाती धरती को हरा आवरण
करके जल शुद्ध, तापमान नियंत्रण, जैव विविधता व कार्बन भंडारण
नीति निर्माताओं, वैज्ञानिकों व नागरिकों की, है इसमें अहम भूमिका
यह अवसर है लोगों व प्रकृति के बीच, सामंजस्य स्थापित करने का
जलवायु में परिवर्तन, जैव विविधता की हानि, और बढ़ता प्रदूषण
मृदा क्षरण, खाद्य असुरक्षा और अस्थिरता, हैं ये तीन बड़े कारण
सतत एवं कुशल मृदा प्रबंधन की, हम सबको तकनीकियाँ बतलायें
आओ साथियो! आज 5 दिसम्बर को, हम विश्व मृदा दिवस मनायें
क्यों महत्वपूर्ण है मृदा स्वास्थ्य?, हम इसको समझें और समझायें
(4)
डी-सीलिंग करना, हरित छतें बनाना, व कम्पोस्ट खाद का निर्माण
शहरी वनस्पति उगाना एवं टिकाऊ योजना बनाना, हैं इसके प्रमाण
प्रभावी जलवायु अनुकूल कार्रवाई, है स्वस्थ मृदा के लिए आवश्यक
कम होंगे आपदा जोखिम, व समावेशी विकास में यह होगी सहायक
असंतुलित खाद्य उत्पादन एवं उपभोग प्रथाओं ने, बढ़ाया है प्रदूषण
अस्वस्थ मृदा ही बन जाती है, बिगड़े स्वास्थ्य का बहुत बड़ा कारण
हम संसाधन संरक्षण की करें प्रतिज्ञा, सबको इसकी शपथ दिलवायें
आओ साथियो! आज 5 दिसम्बर को, हम विश्व मृदा दिवस मनायें
क्यों महत्वपूर्ण है मृदा स्वास्थ्य?, हम इसको समझें और समझायें
(5)
स्वस्थ मिट्टी ही है नींव, उचित खाद्य प्रणाली से उपज बढ़ाने को
जरूरी पोषक तत्व-जल-आक्सीजन, जड़ों द्वारा पौधों में पहुँचाने को
बढ़ते घटते तापमान में मृदा बनती है, जड़ों का अद्भुत रक्षा कवच
मृदा नाजुक जड़ों को देकर सहारा, उनमें भर देती मजबूती का सच
अनुचित भूमि उपयोग के कारण, मृदा का अपरदन होता है ज्यादा
अवांछित मानवीय गतिविधियां रोकने का, हमें करना होगा वायदा
न होने दें मृदा का अनुचित उपयोग, हम इसको अपरदन से बचायें
आओ साथियो! आज 5 दिसम्बर को, हम विश्व मृदा दिवस मनायें
क्यों महत्वपूर्ण है मृदा स्वास्थ्य?, हम इसको समझें और समझायें
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