*ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के पहल पर हुआ - पति-पत्नी में सुलह - बसा घर

*ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के पहल पर हुआ - पति-पत्नी में सुलह - बसा घर

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 10 अक्तूबर ::

मानवाधिकार की रक्षा और सामाजिक सौहार्द्र को बनाए रखने के उद्देश्य से कार्यरत संस्था “ह्यूमन राइट्स डिफेंडर” ने एक बार फिर अपने संवेदनशील और निष्पक्ष प्रयासों से एक टूटते परिवार को फिर से जोड़ने में सफलता प्राप्त की है। संस्था की टीम ने आपसी समझ और संवाद के माध्यम से पति-पत्नी के बीच चल रहे विवाद को सुलझाया और उन्हें नई शुरुआत करने का अवसर दिया।
पिंकी कुमारी, पुत्री श्याम देव प्रसाद, निवासी अशोकनगर रोड नं. 14/बी ने अपने पति विकाश कुमार चंद्रवंशी, निवासी भोगपुर (श्रीराम स्कूल के निकट), सास-ससुर तथा देवर के विरुद्ध मारपीट एवं घर से बाहर निकालने का गंभीर आरोप लगाते हुए दिनांक 7 अक्टूबर 2025 को “ह्यूमन राइट्स डिफेंडर” के कार्यालय में आवेदन दिया था।

आवेदन को गंभीरता से लेते हुए संस्था की संस्थापिका सह राष्ट्रीय महासचिव पूजा सिन्हा ने तत्काल एक विशेष जांच एवं सुलह टीम का गठन किया। इस टीम में राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिन्हा, उपसंस्थापिका सह राष्ट्रीय अध्यक्ष (एससी/एसटी प्रकोष्ठ) आशा देवी, राष्ट्रीय निगरानी प्रमुख सरिता देवी, राष्ट्रीय उपसचिव किरण, वार्ड अध्यक्ष रागनी कुमारी, सक्रिय सदस्य पिंकी कुमारी और मनोज कुमार को शामिल किया गया।

पूरी टीम ने पीड़िता पिंकी कुमारी और उसके परिवार के साथ भोगपुर स्थित उसके ससुराल घर का दौरा किया और दोनों पक्षों की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं। बातचीत के दौरान संस्था की संस्थापिका पूजा सिन्हा ने दोनों परिवारों को यह समझाया कि हिंसा या कटुता किसी भी रिश्ते का समाधान नहीं है, बल्कि संवाद, सहनशीलता और आपसी सम्मान ही वैवाहिक जीवन की नींव होती है।

उनके प्रेरक और संतुलित मार्गदर्शन के बाद दोनों पक्ष इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि मामले को आपसी सहमति और समझदारी से सुलझाया जाए। इसके बाद दोनों परिवारों को “ह्यूमन राइट्स डिफेंडर” के कार्यालय में बुलाया गया, जहाँ संस्था की उपस्थिति में लिखित रूप से आपसी समझौता हुआ।
समझौते में दोनों पक्षों ने स्पष्ट रूप से यह सहमति दी कि भविष्य में किसी भी प्रकार का विवाद, मारपीट या अमानवीय व्यवहार नहीं किया जाएगा। दोनों एक-दूसरे के साथ आपसी सहयोग, प्रेम और सम्मान के साथ रहेंगे। यदि भविष्य में किसी भी प्रकार की हिंसा या अनुचित व्यवहार होता है, तो संबंधित पक्ष कानूनी कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होगा।

सहमति के दौरान “ह्यूमन राइट्स डिफेंडर” के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिन्हा तथा उप महासचिव किरण की उपस्थिति में यह सुलह प्रक्रिया संपन्न हुई।

संस्था की संस्थापिका पूजा सिन्हा ने इस अवसर पर कहा कि “हमारा उद्देश्य केवल शिकायतों का निपटारा करना नहीं है, बल्कि परिवारों को जोड़ना और समाज में शांति एव समानता का वातावरण बनाना है। जब एक घर बचता है, तो समाज की एक इकाई मजबूत होती है।”

इस सुलह के बाद पिंकी कुमारी और उनके पति विकाश कुमार ने भी संस्था का आभार व्यक्त किया और आपसी सम्मान एवं स्नेह के साथ नई शुरुआत करने का वचन दिया।

“ह्यूमन राइट्स डिफेंडर” के इस प्रयास ने यह सिद्ध कर दिया कि संवेदनशीलता और संवाद से किसी भी जटिल विवाद को सुलझाया जा सकता है, बशर्ते नीयत सकारात्मक हो और उद्देश्य मानवता की रक्षा।
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