तालाब मत्स्यिकी विशेष सहयता योजना" मत्स्य कृषकों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

तालाब मत्स्यिकी विशेष सहयता योजना" मत्स्य कृषकों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

मत्स्य कृषकों ने बिहार में बदली मछली उत्पादन की सूरत

"तालाब मत्स्यिकी विशेष सहयता योजना" मत्स्य कृषकों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

पटना 12 अगस्त 2025
राज्य के मछली उत्पादन को संगठित, समृद्ध और सशक्त बनाने के उदेश्य से राज्य सरकार द्वारा "तालाब मत्स्यिकी विशेष सहायता योजना" का लाभ मत्स्य कृषकों को दिया जा रहा है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मत्स्य निदेशालय के द्वारा राज्य में बैड़े पैमाने पर राज्य के मत्स्य कृषकों को विशेष सहायता के तरह रियरिंग तालाब निर्माण, बोरींग पम्पसेट/समरसिबल का अधिष्ठापन, मत्स्य इनपुट, शेड का निर्माण, यांत्रिक एरेटर आदि सम्बद्ध सहायता इकाईयो का एक "पैकेज सहायता" प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का लाभ राज्य के सभी जिलो में अनुसूचित जाति/जन जाति तथा अतिपिछड़ा वर्ग के मत्स्य कृषकों को दिया जा रहा है।
इस योजनान्तर्गत चयनित राज्य के मत्स्य कृषकों को निर्धारित ईकाई लागत (10.10 लाख प्रति एकड़ जलक्षेत्र) पर 70 प्रतिसत राशि अनुदान (सब्सिडी) के रूप में दी जा रही है। शेष राशि लाभार्थी के द्वारा स्वलागत अथवा बैक ऋण से वहन किया जाएगा। सभी इच्छुक लाभार्थी 31 अगस्त तक fisheries.bihar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति अधिकारिक बेवसाइट https://state.bihar.gov.in/ahd/CitizenHome.html पर अथवा संबंधित जिला मत्स्य कार्यालय में संपर्क कर सकते है। यह योजना मत्स्य पालन को एक उद्यम के रूप में स्थापित करने एवं मत्स्य कृषकों को खुशहाल करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।

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