शिक्षकों की बहाली में बिहार के निवासियों को प्राथमिकता देने की दिशा में नीतीश सरकार का दूरदर्शी निर्णय - उमेश सिंह कुशवाहा
बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में बिहार के निवासियों को प्राथमिकता देने के फैसले को युवाओं के हित में एक ऐतिहासिक, न्यायसंगत और दूरदर्शी निर्णय बताया है। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के करोड़ों युवाओं को अवसरों में प्राथमिकता देने की दिशा में एक मजबूत पहल है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने हमेशा युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर करने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं, चाहे वह शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की बात हो या रोजगार के अवसरों को स्थानीय युवाओं तक पहुँचाने की। बिहार के निवासियों को प्राथमिकता देने का यह निर्णय भी उसी कड़ी का हिस्सा है, जो युवाओं में आत्मविश्वास, गरिमा और आशा का संचार करेगा।
उन्होंने बताया कि ज्त्म्-4 परीक्षा से ही शिक्षकों की बहाली में बिहार के मूल निवासियों को प्राथमिकता देने हेतु नियमों में संशोधन किया जाएगा, जिससे योग्य और शिक्षित युवाओं को सीधा लाभ मिलेगा। यह न केवल स्थानीय प्रतिभा को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि क्षेत्रीय संतुलन को भी सुदृढ़ करेगा।
इसके साथ ही, वर्ष 2025 में ज्त्म्-4 और 2026 में ज्त्म्-5 की पूर्व घोषणा यह स्पष्ट करती है कि सरकार बहाली प्रक्रिया को नियमित, पारदर्शी और समयबद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री कुशवाहा ने यह भी कहा कि ज्त्म्-5 से पूर्व ैज्म्ज् परीक्षा के आयोजन को सुनिश्चित किया गया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना और युवाओं को उनकी योग्यता के आधार पर उपयुक्त अवसर उपलब्ध कराना है। यह निर्णय सामाजिक न्याय, समावेशी विकास और युवाओं के स्वाभिमान को केंद्र में रखकर लिया गया है, और यही श्री नीतीश कुमार की सबसे बड़ी विशेषता है।
0 Response to "शिक्षकों की बहाली में बिहार के निवासियों को प्राथमिकता देने की दिशा में नीतीश सरकार का दूरदर्शी निर्णय - उमेश सिंह कुशवाहा"
एक टिप्पणी भेजें