आईटी 2.0" का भव्य शुभारंभ – भारतीय डाक विभाग में तकनीकी परिवर्तन का ऐतिहासिक क्षण

आईटी 2.0" का भव्य शुभारंभ – भारतीय डाक विभाग में तकनीकी परिवर्तन का ऐतिहासिक क्षण

भारतीय डाक विभाग द्वारा "आईटी 2.0" परियोजना के अंतर्गत तकनीकी नवाचार और डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस परियोजना का शुभारंभ आज पटना स्थित बांकीपुर प्रधान डाकघर में भव्य समारोह के माध्यम से हुआ। यह आयोजन न केवल तकनीकी प्रगति का प्रतीक रहा, बल्कि विभाग की नई सोच, दृष्टिकोण और कार्यसंस्कृति को दर्शाने वाला अवसर भी बना।

🔷 मुख्य अतिथि: श्री एम. यू. अब्दाली

मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, बिहार सर्कल (भा. डा. से.)
> "आईटी 2.0 डाक विभाग का आत्मपरिवर्तन है।"
"यह परियोजना केवल एक सॉफ्टवेयर अपग्रेड नहीं है, बल्कि डाक विभाग की पूरी कार्यप्रणाली में सुधार लाने का प्रयास है। इससे ग्राहक सेवा के हर पहलू में पारदर्शिता, सटीकता और गति आएगी। इस पहल से डाक सेवाओं की विश्वसनीयता और नागरिकों का विश्वास और मजबूत होगा। हमारा लक्ष्य है कि बिहार सर्कल के सभी डाकघर इस प्रणाली के माध्यम से पूरी तरह से तकनीकी रूप से सक्षम हो जाएँ।"
🔷 विशिष्ट अतिथि: श्री पवन कुमार

उप महानिरीक्षक डाक सेवाएं (मुख्यालय), बिहार सर्कल (भा. डा. से.)

> "डिजिटलीकरण अब एक विकल्प नहीं, बल्कि अनिवार्यता है।"
"आईटी 2.0 के माध्यम से हम डाक विभाग को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार कर रहे हैं। यह पहल न केवल सेवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाएगी, बल्कि कर्मचारियों के काम करने के तरीकों को भी आधुनिक बनाएगी। प्रत्येक स्तर पर पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। मैं इस प्रोजेक्ट को लेकर आश्वस्त हूँ कि यह बिहार सर्कल को देशभर में एक आदर्श के रूप में स्थापित करेगा।"
🔷 श्री मनीष कुमार

प्रवर डाक अधीक्षक, पटना मंडल

> "हमने तकनीकी बदलाव को मौके की तरह अपनाया है।"
"पटना मंडल में हम आईटी 2.0 के कार्यान्वयन के लिए पूर्णत: तैयार हैं। हमने न केवल आवश्यक हार्डवेयर और नेटवर्क को अपग्रेड किया है, बल्कि कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर मानसिक और तकनीकी रूप से भी तैयार किया है। ग्राहकों को अब पहले से कहीं बेहतर और तेज सेवाएं मिलेंगी। डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में डाक विभाग अग्रणी भूमिका निभाएगा।"

🔷 श्री तनवीर अहमद

उप डाक अधीक्षक, पटना मंडल

> "आईटी 2.0 से हम ग्राहकों के और करीब होंगे।"
"डिजिटल तकनीक के ज़रिए हम न केवल सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाएंगे, बल्कि ग्राहकों के साथ पारस्परिक संबंधों को और सशक्त बनाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब डाकघर डिजिटल सेवाओं से जुड़ेंगे, जिससे वहाँ के नागरिक भी ई-गवर्नेंस और बैंकिंग सेवाओं से सीधे लाभान्वित हो सकें। यह पहल समावेशी विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है।"
🔷 श्री मनोज कुमार राय
वरिष्ठ डाकपाल, बांकीपुर प्रधान डाकघर

> "हमें गर्व है कि इस ऐतिहासिक शुभारंभ की मेज़बानी का अवसर हमारे प्रधान डाकघर को मिला।"
"आईटी 2.0 के शुभारंभ ने हमें नई ऊर्जा दी है। अब ग्राहक सेवाओं में इंतज़ार, त्रुटियाँ और प्रक्रिया की जटिलता समाप्त होगी। हमारे कर्मचारी प्रशिक्षित हैं और हम इस नई प्रणाली को पूरे मनोयोग के साथ लागू कर रहे हैं। यह नवाचार केवल डाकघर को स्मार्ट नहीं बनाएगा, बल्कि लोगों को सेवाओं से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगा।"
✅ उद्घाटन समारोह की झलकियां

श्री एम. यू. अब्दाली द्वारा फीता काटकर और केक काटकर उद्घाटन।

अधिकारियों द्वारा "आईटी 2.0" प्रणाली का डेमो और प्रस्तुतिकरण।

मीडिया प्रतिनिधियों के प्रश्नों का उत्तर और तकनीकी ब्रीफिंग।

कर्मचारियों के बीच उत्साह, जागरूकता सत्र एवं प्रशिक्षण का आयोजन।

स्थानीय नागरिकों, ग्राहकों एवं डाक अभिकर्ताओं की उल्लेखनीय भागीदारी।
"आईटी 2.0" भारतीय डाक विभाग की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है, जो पारंपरिक सेवाओं को डिजिटल सेवाओं में परिवर्तित करने की दिशा में निर्णायक कदम है। इस प्रणाली के माध्यम से डाकघर अब केवल चिट्ठियाँ और पार्सल का माध्यम नहीं, बल्कि डिजिटल सशक्तिकरण का केंद्र बनेंगे।

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