आपदा प्रबंधन में सेना और BSDMA का ऐतिहासिक समन्वय: विशेष प्रशिक्षण एवं जनजागरूकता कार्यक्रमों पर सहमति
सेना–BSDMA संयुक्त रणनीति से बनेगा आपदा प्रतिक्रिया का नया मॉडल: प्रशिक्षण, समन्वय और जागरूकता पर ज़ोर
पटना, 16 जून 2025। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (BSDMA) के सभागार में आज एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय सेना के मेजर जनरल विकास भारद्वाज (वीएसएम), जनरल ऑफिसर कमांडिंग, मुख्यालय बिहार एवं झारखंड की गरिमामयी उपस्थिति रही। बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के माननीय उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत ने की। इस अवसर पर प्राधिकरण के माननीय सदस्य श्री पी.एन. राय, श्री कौशल किशोर मिश्र, श्री प्रकाश कुमार तथा सचिव श्री मो. वारिस खान भी उपस्थित थे।
बैठक में राज्य में आपदाओं से निपटने की दिशा में BSDMA और भारतीय सेना के बीच समन्वय को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में आपसी समन्वय बढ़ाने के साथ कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर चर्चा हुई।
चयनित सामुदायिक स्वयंसेवकों (आपदा मित्रों) को सेना द्वारा विशेष आपदा बचाव प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षित सामुदायिक स्वयंसेवकों में से प्रथम चरण में 100 स्वयंसेवकों (75 पुरुष एवं 25 महिलाएं) को दानापुर कैंट स्थित सेना प्रशिक्षण केंद्र में सुपर स्पेशियलिटी क्षमता निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष प्रशिक्षण (स्पेशल ट्रेनिंग) प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष प्रशिक्षण प्राप्त सामुदायिक स्वयंसेवक आपातकालीन स्थितियों में प्रत्युत्तर एजेंसियों, यथा SDRF, NDRF तथा अन्य राहत एजेंसियों के साथ समन्वय में कार्य करेंगे।
पूर्व चेतावनी, जनजागरूकता और उपकरण प्रदर्शन की पहल
प्राधिकरण द्वारा विभिन्न आपदाओं की पूर्व चेतावनी जारी करने वाले विभागों एवं संस्थानों के सहयोग से सेना को आपदा पूर्व चेतावनी की सूचना प्रदान किए जाने के संबंध में निर्णय लिया गया। साथ प्राधिकरण द्वारा सेना के जवानों एवं उनके परिवारों के लिए विशेष जनजागरूकता एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, सेना अपने कैंप में बचाव उपकरणों की प्रदर्शनी भी आयोजित करेगी, जिसमें SDRF, BSDMA एवं अन्य हितधारकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
स्थानीय तंत्र को मजबूती, समाज की सुरक्षा को प्राथमिकता
सेना और प्राधिकरण पंचायत, प्रखंड तथा जिला स्तर पर स्थानीय आपदा प्रबंधन तंत्र को और प्रभावी बनाने के लिए संयुक्त कार्य करेंगे, जिससे जमीनी स्तर पर बेहतर राहत और बचाव सुनिश्चित हो सके।
माननीय उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत द्वारा BSDMA की प्रमुख पहलों का प्रस्तुतीकरण
माननीय उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत ने मेजर जनरल भारद्वाज को BSDMA की प्रमुख पहलों से अवगत कराया। उन्होंने मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम, राजमिस्त्री प्रशिक्षण, सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम, AR-VR तकनीक के माध्यम से जन-जागरूकता, अकीरा व मियावाकी तकनीक द्वारा पर्यावरण संरक्षण और आधुनिक तकनीकों द्वारा बचाव प्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने सेना से सामुदायिक स्वयंसेवकों को अनुशासन और त्वरित प्रतिक्रिया की भावना के साथ प्रशिक्षण देने का अनुरोध किया, जिस पर सहमति प्रदान की गई।
भारतीय सेना के मेजर जनरल विकास भारद्वाज ने BSDMA के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा,
"आज का संवाद अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणास्पद रहा। BSDMA की पहलें बिहार ही नहीं, पूरे देश के लिए पथप्रदर्शक हैं।"
उन्होंने सामुदायिक स्वयंसेवकों को सेना के माध्यम से प्रशिक्षित करने की सहमति देते हुए इसे आपदा समय में साझा प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
माननीय सदस्य श्री पी.एन. राय ने सेना के जवानों एवं उनके परिवारों के लिए विशेष जनजागरूकता एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम आयोजित किए जाने के संबंध में बात करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन का कार्य महज़ संस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह परिवार और समाज की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। जब आप सेवा में होते हैं, तो अपने परिवार को समय नहीं दे पाते, यही 'अदृश्य आपदा' बन जाती है। इसलिए जनजागरूकता का यह प्रयास नितांत आवश्यक है।
27 जून को BSDMA को विशेष कार्यक्रम में आमंत्रण
मेजर जनरल भारद्वाज ने 27 जून को आयोजित विशेष कार्यक्रम में BSDMA के माननीय उपाध्यक्ष, सदस्यों एवं अधिकारियों को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की उपस्थिति कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएगी और सेना-प्राधिकरण समन्वय को नई दिशा प्रदान करेगी। साथ ही उन्होंने विभाग द्वारा संचालित राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश तिवारी, विशेष सचिव आशुतोष सिंह सहित प्राधिकरण के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
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