स्वस्थ धरा, खेत हरा" के संकल्प के लिए मिट्टी और उर्वरक जांच को बताया जरूरी
*उर्वरता मैप सभी प्रखंडों में प्रदर्शित करने के दिए गए निर्देश*
-- श्री विजय कुमार सिन्हा,
माननीय उप मुख्यमंत्री -सह - कृषि मंत्री
(दिनांक 03.05.2025)
आज दिनांक 03 मई 2025 को माननीय उप मुख्य (कृषि) मंत्री, श्री विजय कुमार सिन्हा जी द्वारा मीठापुर, पटना स्थित रसायन भवन में संचालित मिट्टी, बीज, उर्वरक एवं कीटनाशी जाँच प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सचिव कृषि, संजय कुमार अग्रवाल भी मौजूद थे।
"स्वस्थ धरा, खेत हरा" के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु इस निरीक्षण का उद्देश्य राज्य में कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, खेती की लागत को कम करना और मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखना है। माननीय मंत्री ने सबसे पहले मिट्टी जांच प्रयोगशाला का अवलोकन किया, जहाँ मृदा नमूना विश्लेषकों ने उन्हें जांच में प्रयुक्त उपकरणों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने लाइव मिट्टी परीक्षण देखा और मिट्टी में जैविक कार्बन की मात्रा की पहचान करने की प्रक्रिया में रुचि दिखाई।
श्री सिन्हा ने कहा किमिट्टी की जाँच कर जाँच परिणाम के आधार पर संतुलित मात्रा में उर्वरक के उपयोग को प्रोत्साहित करते हुए कृषि योग्य मिट्टी को स्वस्थ रखना, फसल उपज में वृद्धि लाना एवं खेती की लागत को कम करना है। इसलिए,,किसानों को उर्वरकों का सही मात्रा में उपयोग हेतु यह आवश्यक है कि किसानों को मिट्टी की उर्वरता मैप की जानकारी मिले। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी जिला मुख्यालय और प्रखंडों में उर्वरता मैप प्रदर्शित किया जाय। साथ ही, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि वैसे प्रखंडों में जहां मिट्टी में जिंक और बोरोन की कमी है वहां के किसानों को इसकी जानकारी उपलब्ध कराया जाय।
माननीय मंत्री ने बताया कि अनुमंडल स्तर पर कृषकों को मिट्टी जाँच की सुविधा उपलब्ध कराने एवं मिट्टी जाँच सेवाओं के विकेन्द्रीकरण के उद्देश्य से 11 अनुमंडल स्तरीय मिट्टी जाँच प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। नये प्रयोगशाला के स्थापना से किसानों को अपनी मिट्टी जांच करने में आसानी होगी। उन्होंने निर्देश दिया कि किसानों को सरल भाषा में मिट्टी जांच के महत्त्व की जानकारी दी जाय।
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