रविन्द्रनाथ टैगोर जयंती के अवसर पर नाटक  "माल्यदान" का हुआ मंचन

रविन्द्रनाथ टैगोर जयंती के अवसर पर नाटक "माल्यदान" का हुआ मंचन

पटना:  164 वीं रविन्द्रनाथ टैगोर जयंती के अवसर पर पटना रवींद्र भवन के प्रेक्षागृह मे को अतुल्या आर्ट्स पटना की नवीनतम नाट्य प्रस्तुति "माल्यदान" का मंचन लाडली कुमारी के निर्देशन मे किया गया। कहानी का शीर्षक भारतीय रीति-रिवाज़ से लिया गया है, जिसमें विवाह की रस्मों के दौरान माला का आदान-प्रदान किया जाता है। जतिन, एक युवा डॉक्टर, अपनी छुट्टियों के दौरान अपनी बहन से मिलने जाता है।  घर पर, जतिन को उसकी चचेरी बहन पटल लगातार शादी करने के लिए उकसाती है। वह उसे एक किशोरी लड़की, बिन्नी से मिलवाती है। बिन्नी एक अनाथ है जो अकाल से बच गई थी और जिसे पटल और हरकुमारबाबू (पटल के पति) ने बचाया और ठीक किया और तब से इस निःसंतान जोड़े ने उसका पालन-पोषण किया है। बिन्नी मासूम है और उसमें सांसारिक समझ की कमी है। जब पटल उससे मज़ाक में पूछती है कि क्या वह जतिन को पसंद करती है और क्या वह उससे शादी करेगी, तो बिन्नी हाँ में जवाब देता है। जतिन शर्मिंदा होता है और खुद को इस बचकानेपन से दूर रखने का इरादा रखता है।  वह बिन्नी द्वारा दी गई माला को स्वीकार करने से इंकार कर देता है और पटल से नाराज हो जाता है, जो मानती है कि कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि बिन्नी जंगल की हिरणी की तरह है। जतिन अपनी बहन को एक नोट देकर चला जाता है, और माला भी पीछे छोड़ जाता है। इससे बिन्नी का दिल टूट जाता है और वह फूट-फूट कर रोने लगती है। पटल को पश्चाताप होता है जब उसे पता चलता है कि बिन्नी वास्तव में जतिन से प्यार करने लगी है। अगली सुबह, यह पता चलता है कि बिन्नी गायब हो गई है, अपने सारे गहने और कपड़े पीछे छोड़कर और केवल सूखे फूलों की माला लेकर। वे बिन्नी को सभी संभावित जगहों पर खोजते हैं, लेकिन वह कहीं नहीं मिलती है। इसके बाद, जतिन अपने प्लेग अस्पताल में काम करते हुए पाता है कि बिन्नी एक अज्ञात रोगी के रूप में बेहद कमजोर और दुर्बल हालत में वहां भर्ती है। जतिन के दिल में आखिरकार प्यार का एहसास होता है  पटल बिन्नी को दुल्हन के रूप में तैयार करती है और बिन्नी का कभी न कहा गया सपना कम से कम इस भौतिक दुनिया से उसके प्रस्थान से पहले सच हो जाता हैं। नाटक के कलाकार के रूप में मंच पर यतीन - सिद्धांत सेतु ,हरकुमार - पार्थो दास, पटल - श्रीपर्णा चक्रवर्ती, बिन्नी - लाडली कुमारी, चैटर्जी बाबू - राजेंद्र नरेंद्र, धना माली - अरविंद कुमार, धना माली की पत्नी सेल्फी रायना, संतोष ( वार्ड सर्वेंट) - समीर ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को आकर्षि किया।

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