फुलब्राइट फैलोशिप पर जागरूकता सत्र का आयोजन
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन में दिनांक 17 अप्रैल 2025 को पाक्षिक संगोष्ठी के अंतर्गत “फुलब्राइट – नेहरू एवं अन्य फुलब्राइट फैलोशिप” पर एक विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य वैज्ञानिकों, तकनीकी कर्मचारियों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक और शोध अवसरों से परिचित कराना था।
इस सत्र का संचालन यूनाइटेड स्टेट्स-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन (USIEF) की प्रोग्राम मैनेजर सुश्री झूलन घोष द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को निम्नलिखित प्रमुख फैलोशिप कार्यक्रमों की जानकारी दी:
1. फुलब्राइट-नेहरू मास्टर्स फ़ेलोशिप्स
2. फुलब्राइट-नेहरू डॉक्टोरल रिसर्च फ़ेलोशिप्स
3. फुलब्राइट-नेहरू पोस्टडॉक्टोरल रिसर्च फ़ेलोशिप्स
4. फुलब्राइट-नेहरू अकादमिक एवं व्यावसायिक उत्कृष्टता फ़ेलोशिप्स
5. फुलब्राइट विदेशी भाषा शिक्षण सहायक (FLTA) कार्यक्रम
उन्होंने प्रत्येक कार्यक्रम की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, चयन मानदंड, लाभ और अनुभवों को विस्तार से साझा किया। प्रतिभागियों को बताया गया कि किस प्रकार ये फैलोशिप भारतीय छात्रों, शोधार्थियों, शिक्षकों और पेशेवरों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध, अध्ययन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के द्वार खोलती हैं।
इस कार्यक्रम का समन्वय डॉ. शंकर दयाल, प्रधान वैज्ञानिक द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्थान के कार्यवाहक निदेशक डॉ. कमल शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिकगण, तकनीकी अधिकारीगण एवं कर्मचारी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
सत्र के अंत में प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर सुश्री घोष ने विस्तारपूर्वक एवं सराहनीय ढंग से दिया। प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी, ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणास्पद बताया।
यह सत्र न केवल फुलब्राइट फैलोशिप की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने में सफल रहा, बल्कि इससे प्रतिभागियों को अपने शैक्षणिक और शोध कैरियर को वैश्विक मंच तक ले जाने की प्रेरणा भी मिली।
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