
मेक इन इंडिया' देश की हकीकत बनी: डॉ. प्रेम कुमार
*'मेक इन इंडिया' की बात करने पर मजाक उड़ाने वालों को कर्मयोगी प्रधानमंत्री मोदी ने कार्य से दिया जवाब: डॉ. प्रेम कुमार*
*गणतंत्र दिवस में कर्तव्य पथ पर स्वदेशी तकनीक की झांकी देश ही नहीं, दुनिया ने देखी: डॉ. प्रेम कुमार*
*'मेक इन इंडिया' को दुनिया सराह रही: डॉ. प्रेम कुमार*
पटना, 27 जनवरी। बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सह बिहार सरकार के सहकारिता, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि आज 'मेक इन इंडिया' देश की हकीकत बन गई है।
उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार 'मेक इन इंडिया' की बात कही थी, तब विपक्षी दल के नेताओं ने उनका मजाक उड़ाया था, लेकिन उन्होंने अपने अथक परिश्रम, बौद्धिक कौशल, अदम्य साहस और उत्साह से मजाक उड़ाने वाले लोगों के लिए अपने कर्मयोगी शक्ति से जवाब दे दिया है।
मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि आज भारत स्वदेशी तकनीक से पांच आईएनएस पनडुब्बी बना चुका है। चार युद्धपोत तैयार किए हैं जबकि ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस हल्के लड़ाकू विमान सहित 104 प्रकार के युद्धक हथियार अब 'मेक इन इंडिया' के तहत देश में बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर स्वदेशी तकनीक की झांकी देश ही नहीं, दुनिया ने देखी। भारत की बढ़ती सामरिक शक्ति से दुनिया रूबरू हुई। स्वदेशी मोबाइल सिस्टम से 16 देशों में एनआरआई अब यूपीआई से लेनदेन कर सकेंगे। यही नहीं, हमारा अंतरिक्ष संगठन इसरो अब मानव को अंतरिक्ष में भेजने को तैयार है। रेलवे के क्षेत्र में लोहा मनवाने के बाद हम अन्य देशों को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बेचने वाले हैं।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यह 'मेक इन इंडिया' और प्रधानमंत्री मोदी का कमाल है कि हम इसरो चंद्रयान-3 को सबसे पहले दक्षिणी ध्रुव पर उतारने में सफल रहे। आदित्य एल वन सूर्ययान का सफल प्रक्षेपण कर सूर्य का अध्ययन शुरू करने वाला पहला देश भारत बना।
0 Response to "मेक इन इंडिया' देश की हकीकत बनी: डॉ. प्रेम कुमार"
एक टिप्पणी भेजें