जिलाधिकारी, पटना द्वारा आज नव-सृजित अंचलों के अस्थायी तथा स्थायी कार्यालयों के लिए स्थल निरीक्षण किया गया।
पटना, बुधवार, दिनांक 09.10.2024ः समाहर्ता-सह-जिलाधिकारी, पटना द्वारा आज नव-सृजित अंचलों के अस्थायी तथा स्थायी कार्यालयों के लिए स्थल निरीक्षण किया गया। पाटलिपुत्र अंचल कार्यालय हेतु राजीव नगर में तथा दीदारगंज अंचल कार्यालय हेतु दीदारगंज में निरीक्षण किया गया। अंचल कार्यालय पाटलिपुत्र के कार्यालय के लिए पुराना थाना भवन, राजीव नगर एवं दीदारगंज अंचल कार्यालय के लिए दीदारगंज बाजार समिति में अस्थायी कार्यालय शीघ्र प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।
जिलाधिकारी द्वारा स्थायी कार्यालयों के लिए भी निरीक्षण किया गया। दीदारगंज अंचल कार्यालय के नए भवन हेतु दीदारगंज में स्थल निरीक्षण किया गया। यहाँ लगभग 1 एकड़ की सरकारी भूमि उपलब्ध है। पाटलिपुत्र अंचल कार्यालय के नए भवन हेतु दीघा-आशियाना रोड में ही राजीव नगर आवास बोर्ड की भूमि का निरीक्षण किया गया। यहाँ भी क़रीब एक एकड़ भूमि उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्थायी कार्यालयों के लिए नए भवनों के निर्माण हेतु सभी तथ्यों का अध्ययन कर शीघ्र प्रस्ताव देने का निदेश दिया। स्थायी कार्यालयों हेतु भूमि का प्रस्ताव विभाग को भेजा जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पाटलिपुत्र अंचल हेतु पुराना राजीव नगर थाना भवन, पटना सदर अंचल हेतु गाँधी मैदान, पटना के पूरब अवस्थित पुराना प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, पटना सिटी अंचल हेतु कुम्हरार अवस्थित प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय तथा दीदारगंज अंचल हेतु दीदारगंज में कार्यालयों का संचालन किया जाना विचाराधीन है। आज पाटलिपुत्र अंचल कार्यालय हेतु राजीव नगर में तथा दीदारगंज अंचल कार्यालय हेतु दीदारगंज में स्थल निरीक्षण किया गया। पूर्व में गाँधी मैदान, पटना के पूरब अवस्थित पुराना प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय परिसर तथा कुम्हरार अवस्थित प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय परिसर का भी निरीक्षण किया गया था। अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर एवं पटना सिटी सहित संबंधित अधिकारियों को सरकार के निदेशों के अनुसार तेजी से कार्य करने का निदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रशासनिक दृष्टिकोण एवं राजस्व प्रशासन को सुदृढ़ तथा आम जन के लिए संवेदनशील बनाने हेतु पटना सदर अंचल एवं नगर क्षेत्र में मौजूद हल्का को विभाजित कर 04 अंचलों को सृजित करने की स्वीकृति दी गई है। वर्तमान पटना सदर अंचल क्षेत्रफल एवं जनसंख्या के दृष्टिकोण से काफी विस्तृत है। प्रति अंचल औसत की तुलना में पटना सदर अंचल में दाखिल-खारिज 304 प्रतिशत, जाति/आय/आवासीय (लोक सेवा केन्द्र) 641 प्रतिशत, नापी के मामले 415 प्रतिशत, भूमि विवाद के मामले 250 प्रतिशत, अतिक्रमण के मामले 286 प्रतिशत, लोक शिकायत के मामले 446 प्रतिशत तथा माननीय उच्च न्यायालय के मामले 1372 प्रतिशत है। इस कारण अंचल में राजस्व कार्यों के ससमय निष्पादन में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। दो अनुमंडलों-पटना सदर एवं पटना सिटी-में इसका विस्तार है। पटना नगर निगम का सम्पूर्ण शहरी क्षेत्र-06 नगर अंचल एवं 75 वार्ड तथा ग्रामीण क्षेत्र की 07 पंचायतें इसमें शामिल है। 33 पुलिस थाना समाहित होने के कारण भूमि विवाद संबंधी शनिवारीय बैठक में भी समस्या आती है। 04 विधान सभाओं का क्षेत्र पड़ने के कारण चुनाव कार्यों में भी कठिनाई होती है। जिला प्रशासन, पटना के प्रस्ताव तथा प्रमंडलीय आयुक्त, पटना प्रमंडल की अनुशंसा पर सम्यक विचारोपरांत राज्य सरकार द्वारा दिनांक 21 अगस्त, 2024 को मंत्रिपरिषद की बैठक में पटना सदर अंचल से 04 अंचलों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। नव-सृजित अंचल पटना सदर अंचल, पाटलिपुत्र अंचल, पटना सिटी अंचल तथा दीदारगंज अंचल हैं। प्रत्येक अनुमंडल में 02 अंचल होेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि नए अंचलों में हल्कों, मौजों तथा पुलिस थानों की संख्या को रेशनलाईज किया गया है ताकि राजस्व कार्यों का सुगमता से निष्पादन किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि अंचलों हेतु अस्थायी एवं स्थायी कार्यालयों के लिए आज स्थल निरीक्षण के समय अधिकारियों को निदेशित किया गया कि प्रस्तावित अंचलों के कार्यालयों में सरकार द्वारा निर्धारित प्रावधानों के अनुसार सभी सुविधा रहनी चाहिए ताकि जनता को कोई असुविधा न हो। पुराने भवनों का रंग-रोगन करने का निदेश दिया गया है। आरटीपीएस काउंटर, बाउन्ड्री, पार्किंग, शौचालय, पेयजल, लोगों के बैठने के लिए हॉल, अधिकारियों एवं कर्मियों के लिए कक्ष/कार्यालय सहित सभी बिन्दुओं पर समीक्षा की गई है। सम्यक विचार कर इस पर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रशासनिक औपचारिकताओं को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करते हुए इन नव-सृजित 04 अंचलों के क्रियाशील होने की तिथि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार सरकार द्वारा निर्धारित की जाएगी।
जिलाधिकारी द्वारा आज आयुष अस्पताल, नवाब मंजिल, पटना सिटी एवं क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, पटना सिटी का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, पटना सिटी एक महत्वपूर्ण गवर्नमेंट हाॅस्पिटल है। यहाँ यूनानी पद्धति से चिकित्सा होती है। अनुसंधान एवं अध्ययन का कार्य होता है। इसी कैम्पस में आयुष चिकित्सा के लिए भी भवन बन रहा है जो लगभग तैयार है। एक व्यक्ति द्वारा रास्ता को बार-बार बाधित किया जाता है। उनके द्वारा अतिक्रमण कर बाउण्ड्री भी कर लिया गया था। साथ ही वे चिकित्सकों एवं फेकल्टी मेम्बर्स को आने में बाधा डालते हैं। उनके द्वारा मरीजों एवं वरीय चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। जिलाधिकारी ने कहा कि उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह ज्ञात हुआ है कि वे बतौर अंचलाधिकारी कहीं पदस्थापित हैं। उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई हेतु भी जिला प्रशासन, पटना द्वारा अनुशंसा की जा रही है। संबंधित थाना प्रभारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी को यह सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है कि संस्थान के संचालन में किसी भी प्रकार का व्यवधान न आए। कोई भी व्यक्ति रास्ता बाधित न करे। जमीन की जाँच की जा रही है। अगर उनकी निजी जमीन होगी तो प्रावधानों के अनुसार उसे अर्जन किया जाएगा तथा उन्हें भू-अर्जन की राशि दी जाएगी। 40-50 वर्षों से चल रहे रास्ते को बाधित करना, चिकित्सकों तथा मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करना उचित नहीं है। इसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी द्वारा बाजार समिति, पटना सिटी का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने प्राचीन विरासत स्थल शीतला माता मंदिर में भी विकास कार्यों का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया। अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पटना सिटी को दुर्गापूजा के अवसर पर भीड़ प्रबंधन, यातायात प्रबंधन तथा विधि-व्यवस्था संधारण हेतु सजग रहने का निदेश दिया गया।
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