बामेती सभागार, पटना में बिहार सरकार ने हेइफर इन्टरनेशनल, एग्रीकल्चर टूडे और जीआईजेड के सहयोग से "भारत में बकरी मूल्य श्रृंखला विकास के माध्यम से छोटे किसानों को सशक्त बनाना एवं बिहार पर विशेष ध्यान" शीर्षक से एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आज दिनांक 27 सितम्बर, 2024 को बामेती सभागार, पटना में बिहार सरकार ने हेइफर इन्टरनेशनल, एग्रीकल्चर टूडे और जीआईजेड के सहयोग से "भारत में बकरी मूल्य श्रृंखला विकास के माध्यम से छोटे किसानों को सशक्त बनाना एवं बिहार पर विशेष ध्यान" शीर्षक से एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में बकरी मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने के लिए किये गए प्रयासों और पहलों को प्रदर्शित करना था, जिसका उद्देश्य छोटे किसानों को सशक्त बनाना था। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार मुख्य अतिथि के रूप में, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार की प्रधान सचिव डॉ० एन० विजयालक्ष्मी मुख्य वक्ता के रूप में, सुश्री सुरिता संदोशम, अध्यक्ष और वैश्विक सीईओ हेइटर इंटरनेशनल सहित कई अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन से हुई जिसके बाद एटीजी के अध्यक्ष और भारतीय खाद्य एवं कृषि चैंबर के चेयरमैन डॉ० एमजे खान ने स्वागत भाषण दिया। हेफर इंटरनेशनल की अध्यक्ष और सीईओ सुश्री सुरिता संदोशम ने एक विशेष संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने खाद्य सुरक्षा में सुधार और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने में पशुधन की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इसके बाद बकरी मूल्य श्रृंखला अध्ययन रिपोर्ट, प्रशिक्षण मैनुअल और किसान पुस्तिका का विमोचन किया गया, जिसे पासिंग गिफ्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (हेफर इंटरनेशनल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) ने GIZ के सहयोग से विकसित किया है। रिपोर्ट की मुख्य सिफारिशें साझा की गई, जिससे कार्रवाई योग्य रणनीतियों का मार्ग प्रशस्त हुआ। पासिंग गिफ्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक सुश्री रीना सोनी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
सत्र में प्रमुख हस्तियों के भाषणों के साथ आगे बढ़ा, जिनमें जीआईजेड के वरिष्ठ नीति सलाहकार श्री राजीव आहूजा और भारत सरकार के पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग के पूर्व सचिव डॉ० तरूण श्रीधर शामिल थे। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार की प्रधान सचिव डॉ० एन० विजयालक्ष्मी के मुख्य भाषण ने कृषि पारिस्थिति की पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत किया। भाषणों के साथ सलाहकार श्री राजीव आहूजा और भारत सरकार के पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग के पूर्व सचिव डॉ० तरूण श्रीधर शामिल थे। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार की प्रधान सचिव डॉ० एन० विजयालक्ष्मी के मुख्य भाषण ने कृषि पारिस्थिति की पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।
दस बकरी उद्यमियों और प्रगतिशील बकरी किसानों को उनके संबंधित स्थानों पर बकरी पालन क्षेत्र में इनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में एक किसान उत्पादक कंपनी द्वारा उत्पादित बकरी के चारे का भी शुभारम्भ किया गया, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर टिकाउ विकास है।
मुख्य अतिथि, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार ने एक प्रेरक संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने सभी हितकारकों से बिहार में छोटे किसानों के उत्थान के लिए सहयोग करने का आग्रह किया।
इसके बाद दो महत्वपूर्ण पैनल चर्चाएं हुईं, जिनमें छोटे जुगाली करने वाले पशुओं और पशुधन विकास के माध्यम से आय में विविधता लाने की रणनीतियों और पशुधन और कृषि मूल्य श्रृंखला विकास में निजी क्षेत्र की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया। वरिष्ठ नौकरशाही, कृषि विशेषज्ञों और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों सहित प्रमुख विशेषज्ञों ने इन चर्चाओं के दौरान अपनी अंतदृष्टि और अनुभव साझा किये।
दिन का समापन "निष्कर्ष और आगे की राह" विषय पर एक सत्र के साथ हुआ, जिसमें डॉ० तरूण श्रीधर और अन्य प्रतिष्ठित पैनलिस्टों ने भाग लिया, जिन्होंने सिफारिशों को लागू करने और बकरी मूल्य श्रृंखला में सतत् विकास सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई योग्य कदमों पर चर्चा की। यह आयोजन बिहार में छोटे किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें टिकाउ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता है, जिससे उनकी आय बढ़ेगी और क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा में सुधार होगा।
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