प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में पटना शहर में सुगम यातायात एवं जाम की समस्या के समाधान हेतु बैठक हुई

प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में पटना शहर में सुगम यातायात एवं जाम की समस्या के समाधान हेतु बैठक हुई

ओवरलोडिंग एवं अवैध गाड़ियों के परिचालन के विरूद्ध नियमित तौर पर स्पेशल ड्राईव चलाएँ: आयुक्त ने दिया अधिकारियों को निदेश
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आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना श्री मयंक वरवड़े  ने कहा है कि पटना शहर में सुव्यवस्थित यातायात-प्रबंधन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसके लिए सभी स्टेकहोल्डर्स सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें। वे आज आयुक्त कार्यालय स्थित सभाकक्ष में पटना शहर में सुगम यातायात एवं जाम की समस्या से निदान हेतु आयोजित बैठक में पदाधिकारियों, ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा संघों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। आयुक्त ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पटना शहर को आवागमन हेतु सर्वानुकूल बनाना है। सुगम एवं सुचारू यातायात की व्यवस्था जनहित में अत्यावश्यक है। यह हमारी कार्यशैली एवं जीवन-शैली पर भी काफी प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवधान, अतिक्रमण एवं यातायात नियमों के उल्लंघन के विरूद्ध प्रशासन शून्य सहिष्णुता के सिद्धांत पर काम करता है। नगर विकास विभाग, ट्रैफिक पुलिस, परिवहन, एनएचएआई, वन विभाग, पथ निर्माण, प्रशासन, पुलिस, विधि-व्यवस्था सहित सभी सम्बद्ध पदाधिकारी अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित कर नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करें। अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन कार्य योजना का अनुपालन सुनिश्चित करें। 

आयुक्त ने कहा कि जनता की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं। 

आज की इस बैठक में पटना शहर में यातायात प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की गई। आयुक्त श्री मयंक वरवड़े ने कहा कि जिला प्रशासन के सभी अंग यथा परिवहन, जिला नियंत्रण कक्ष, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा नगर निकाय सुचारू यातायात व्यवस्था हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करें। ई-रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा के नियमों के अनुसार सुगम परिचालन हेतु कार्य करें। नियमित तौर पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाएँ। पब्लिक न्यूसेंस हटाने के लिए नोटिस देकर कार्रवाई करें। इंफोर्समेन्ट एजेंसी लगातार सक्रिय रहे तथा नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराएँ। नो पार्किंग जोन एवं नो वेंडिंग जोन का निर्धारण कर अनुपालन सुनिश्चित कराएँ, उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करें। यातायात प्रवाह को आवश्यकतानुसार रेगुलेट करें। समय का निर्धारण कर वाहनों को अलग-अलग अन्तराल पर छोड़ें। अनावश्यक कट को बंद करें। जेब्रा क्रॉसिंग का निर्माण करें। 

बैठक के प्रारंभ में सचिव, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार, पटना प्रमंडल श्री मनोज चौधरी द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त सहित सभी पदाधिकारियों तथा संघों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। उन्होंने सरकार के दिशा निर्देशों के बारे में विस्तार से बताया।

प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि पटना हमसब का शहर है। यह हमारे राज्य की राजधानी है तथा राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसे ट्रैफिक जाम एवं प्रदूषण से मुक्त तथा बेहतर रखना हमसब की जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए नियमित तौर पर आवश्यक कार्रवाई की जाती है। जिला सड़क सुरक्षा समिति, ऑटो/ई-रिक्शा संघों तथा निजी विद्यालयों के प्रबंधन के साथ नियमित तौर पर बैठक की जाती है। सुरक्षित एवं सुगम यातायात प्रबंधन के सभी मानकों के प्रति प्रशासन सजग एवं तत्पर है। पटना शहर में अनावश्यक कट को बंद किया गया है। सार्वजनिक परिवहन की बसें उत्कृष्ट तकनीकों पर आधारित तथा सीएनजी से परिचालित हैं। मेट्रो का भी निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि जिस प्रकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मेट्रो से सार्वजनिक परिवहन में परिवर्तन आया है उसी तरह हमलोग पटना में भी प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में जो भी सुझाव आएगा उसपर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।  
आज की इस बैठक में यातायात प्रबंधन से संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। रेलवे स्टेशन, कारगिल चौक, राजेन्द्र नगर टर्मिनल स्टेशन, सिपारा पुल, राजा बाजार पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, बैरिया, अशोक राजपथ, नेहरू पथ फ्लाईओवर का आदि स्थलों पर जाम की समस्या के समाधान हेतु प्रस्तावों पर विस्तृत विमर्श किया गया। वेंडिंग जोन एवं नो वेंडिंग जोन की पहचान, मल्टिलेवल पार्किंग, ऑटो पार्किंग स्थल चिन्हित करना, नो इन्ट्री पर विचार, सड़क की चौड़ाई बढ़ाना, जाम एवं दुर्घटना का कारण खोजने एवं इसका समाधान करने, सार्वजनिक पार्किंग स्थलों की पहचान एवं क्रियान्वयन, अतिक्रमण हटाना, सीसीटीवी कैमरों का अधिष्ठापन आदि पर विचार किया गया।

प्रमंडलीय आयुक्त ने जिला परिवहन पदाधिकारी, पटना को निदेश दिया कि ओवरलोडिंग एवं अवैध गाड़ियों के परिचालन के विरूद्ध नियमित तौर पर स्पेशल ड्राईव चलाया जाए तथा नियमानुसार दंड लगाने एवं अन्य कार्रवाई की जाए। अवैध पार्किंग, बसों एवं ऑटो का अवैध ठहराव तथा ओवरस्पीडिंग के विरूद्ध सभी पदाधिकारी तत्पर रहें। सीसीटीवी के माध्यम से निदेशों का उल्लंघन करने वालों की पहचान कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करें। आर्थिक दंड लगाएं। पटना नगर निगम स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरों, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, ईसीबी, आरएलवीडी, वीएमडी, एएनपीआर आदि का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है।

प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि उच्च तकनीकों पर आधारित यातायात प्रबंधन पटना जैसे महत्वपूर्ण शहर के लिए अत्यावश्यक है। पटना शहर पूर्वी एवं उत्तर-पूर्वी भारत के लिए द्वार (गेट-वे) की भूमिका निभाता है। यहाँ उत्कृष्ट यातायात, जीवन सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि, विकास एवं लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने में उत्प्रेरक का काम करेगा। 

प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि वाहनों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण अक्सर यातायात पर दबाव देखा जा रहा है। कंजेशन की समस्या दूर करने तथा सुचारू परिवहन के लिए यातायात-प्रबंधन आवश्यक है। इससे सड़क दुर्घटना को रोका जा सकता है। उन्होंने विभिन्न स्थलों पर साईनेज लगाने की आवश्यकता पर बल दिया।   

इस बैठक में पुलिस अधीक्षक, यातायात, सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था, अपर नगर आयुक्त, जिला परिवहन पदाधिकारी, ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा संघों के प्रतिनिधि तथा अन्य भी उपस्थित थे।

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