बिहार के प्रख्यात कम्युनिस्ट नेता का. जगन्नाथ सरकार के 105वें जयंती पर "मजदूर वर्ग एवं आम जन के समक्ष बढ़ती चुनौतियां एवं कम्युनिस्ट पार्टी का दायित्व' विषय पर परिचर्चा का हुआ आयोजन।

बिहार के प्रख्यात कम्युनिस्ट नेता का. जगन्नाथ सरकार के 105वें जयंती पर "मजदूर वर्ग एवं आम जन के समक्ष बढ़ती चुनौतियां एवं कम्युनिस्ट पार्टी का दायित्व' विषय पर परिचर्चा का हुआ आयोजन।

पटना, 25/09/2024:- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पटना जिला परिषद द्वारा आज बिहार के दिग्गज नेता व कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रहे का. जगन्नाथ सरकार के 105वें जयंती के अवसर पर उन्हें याद करता हुआ "मजदूर वर्ग एवं आम जन के समक्ष बढ़ती चुनौतियां एवं कम्युनिस्ट पार्टी का दायित्व' विषय पर परिचर्चा का आयोजन ऐतिहासिक अजय भवन के सभागार में किया गया। समारोह की अध्यक्षता मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. कार्यानंद पासवान ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत कामरेड जगन्नाथ सरकार के तस्वीर पर पुष्पांजलि एवं का. जगन्नाथ सरकार को लाल सलाम के नारे के साथ हुआ।
परिचर्चा का उद्घाटन करते हुए पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य कामरेड विजय नारायण मिश्र ने का. जगन्नाथ सरकार को याद करता हुआ कहा कि जब का. जगन्नाथ सरकार पार्टी के राज्य सचिव हुआ करते थे तो कम्युनिस्ट पार्टी की तूती बोलती थी और सरकार बिना जगन्नाथ सरकार के राय का कोई नीति नहीं बनती थी। उनके समय में ऐतिहासिक भूमि आंदोलन हुआ और वह आजादी आंदोलन में भी जेल में रहे एवं आजादी के बाद भी जेल में रहे। साइंस कॉलेज के व्याख्याता प्रोफेसर शोभन चक्रवर्ती ने कहा कि आज मजदूरों पर चौतरफा हमला हो रहा है और उन्हें मजदूर वर्ग बनने से लगातार रोका जा रहा है। टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज के पूर्व निदेशक प्रोफेसर पुष्पेंद्र ने कहा कि आज असंगठित मजदूरों को संगठित करना मजदूर वर्ग की सबसे बड़ी चुनौती है और कांग्रेस पार्टी का दायित्व है की कैसे मजदूरों की राजनीतिक ताकत को संगठित किया जाए। प्रख्यात चिकित्सक डॉ शकील ने कहा कि जगन्नाथ सरकार के साथ काम करने का कई वर्षों का अनुभव रहा और उनकी प्रतिबद्धता और कुर्बानी हम सबको आज भी प्रेरित करती है। आज कम्युनिस्ट पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए नए ढंग से काम करने की जरूरत है और कैसे अधिक से अधिक नए लोगों को अपने साथ जोड़ें, महिलाओं , दलितों और युवाओं को कैसे आंदोलन में उतारें इस दिशा में सोचने की जरूरत है। एप्सो के महासचिव अनीस अंकुर ने कहा कि आज मजदूरों की राजनीतिक चेतना को बढ़ाना कम्युनिस्ट पार्टी का सबसे बड़ा दायित्व है। राजनीतिक चेतना जो मजदूरों के लिए मजदूर वर्ग के रूप में बनने से है जब तक हम ऐसा नहीं बनाएंगे तब तक मजदूर और आमजन की दुनिया बनना मुश्किल है। परिचर्चा के प्रारंभ में आगत अतिथियों का स्वागत पार्टी के जिला सचिव विश्वजीत कुमार ने किया और प्रोफेसर सुधीर कुमार, डॉक्टर अंकित, इस्कफ पटना जिला अध्यक्ष अनंत शर्मा ने भी अपनी बातों को रखा। अंत में अध्यक्षीय वक्तव्य में प्रोफेसर कार्यालय पासवान ने का. जगन्नाथ सरकार की वैचारिक स्पष्टता और प्रतिबद्धता से आज भी सबक लेने की बात कही और कहा कि कम्युनिस्टों को अपने सिद्धांत पर चलकर ही कामयाबी मिलेगी जरूरी है कि आज हर शोषित तबके के बीज कैसे काम किया जाए और उन्हें राजनीतिक तौर पर संवेदनशील बना मजदूर वर्ग के राजनीति के रूप में सामने लाया जाए। आज के कार्यक्रम में उपरोक्त वक्ताओं के अलावा देवरत्न प्रसाद, जितेंद्र कुमार , कुंदन कुमार, आशीष कुमार रामजी पासवान, मंगल पासवान, शगुफ्ता रसीद, मोहम्मद कैसर, राजकुमार मेहता, उद्यान राय, अनिल रजक, अधिवक्ता अनिल कुमार, अधिवक्ता अशोक कुमार, शिक्षक नेता राकेश कुमार सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे।

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