डीएम ने सेक्टर दंडाधिकारियों को कर्त्तव्यबोध का पाठ पढ़ाया
स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त, पारदर्शी एवं सहभागितापूर्ण लोकसभा चुनाव कराना सर्वोच्च प्राथमिकता; सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंः डीएम
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जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, पटना श्री शीर्षत कपिल अशोक ने लोक सभा आम निर्वाचन, 2024 हेतु नियुक्त सेक्टर दंडाधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निदेशांें का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। वे आज श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में इन पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। पदाधिकारियों को चुनावी गुर सिखाते हुए डीएम श्री शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि सेक्टर दंडाधिकारियों का कार्य बहु-आयामी है। उन्हें अपने कार्यों एवं दायित्वों का निर्वहन निष्पक्षता, पारदर्शिता तथा व्यवहारकुशलता से करना होगा।
उल्लेखनीय है कि 30-पटना साहिब एवं 31-पाटलिपुत्र संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत बारह विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल है जिसमें कुल 4,290 मतदान केन्द्र अवस्थित है। मतदान की तिथि एक जून है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा 438 सेक्टर दंडाधिकारियों को तैनात किया गया है।
जिलाधिकारी ने सेक्टर दंडाधिकारियों के मतदान से एक दिन पूर्व, मतदान के दिन एवं मतदान के बाद के उत्तरदायित्वों एवं कर्तव्यों का बोध कराते हुए कहा कि सेक्टर दंडाधिकारियों का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप लोग हमारे आँख हैं। आप ही की आँखों से हम पूरे निर्वाचन प्रक्रिया को मॉनिटर करते हैं। निर्वाचन प्रबंधन के लिए आप उत्तरदायी हैं। आप अपने क्षेत्राधीन सभी स्तरों से पूर्णतः अवगत हैं। आपको विशेष कार्यपालक दंडाधिकारी की शक्ति प्रदत्त की गई है। अतः आपसभी अपने-अपने दायित्वों का कुशलता से निर्वहन करें तथा भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराएँ।
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इसके पूर्व इन दंडाधिकारियों को कमला नेहरू उच्च माध्यमिक विद्यालय, गर्दनीबाग, पटना में प्रशिक्षण दिया गया तथा निर्वाचन संबंधी बारीकियों से अवगत कराया गया। सेक्टर दंडाधिकारियों को चुनाव के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी गई। मॉक पोल, आदर्श आचार संहिता का अनुपालन, विधि व्यवस्था संधारण आदि के संबंध में विधिवत प्रशिक्षण दिया गया।
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जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण चुनाव कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें प्रशिक्षण अहम भूमिका निभाता है। यह निर्वाचन प्रक्रिया का महत्वपूर्ण अंग है। प्रशिक्षण पदाधिकारियों एवं कर्मियों को भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का त्रुटिरहित, निष्पक्ष एवं विश्वसनीय ढंग से अनुपालन सुनिश्चित करने के योग्य बनाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य में संलग्न हर एक पदाधिकारी एवं कर्मी को प्रशिक्षण दिया गया है । आशा है आप सभी पदाधिकारी प्रशिक्षण से लाभ प्राप्त कर अपने-अपने दायित्वों का आयोग के निदेशों के अनुसार निर्वहन करेंगे।
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सेक्टर दंडाधिकारियों का दायित्व है कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसी भी व्यक्ति/समूह द्वारा मतदाताओं को भयभीत न किया जाए एवं प्रलोभन न दिया जाए। मतदाताओं को हेल्पलाईन और बूथ की जानकारी देना, मतदान केन्द्रों का लगातार भ्रमण करना, मतदान केन्द्रों के पहुँच पथ का निरीक्षण, यह सुनिश्चित करना कि मतदान केन्द्र क्षेत्र से 200 मीटर की परिधि के अन्दर किसी राजनैतिक दल/अभ्यर्थी के पार्टी कार्यालय नहीं बनाए गए हों, क्षेत्र के अंतर्गत गतिविधियों पर नजर रखना, आदर्श आचार संहिता का अनुपालन कराना, भेद्य टोलों में लगातार भ्रमण, मतदाताओं के बीच आत्मविश्वास जागृत करना, सरकारी सेवकों के आचरण पर नजर रखना आदि उनके महत्वपूर्ण कार्य हैं।
• मतदान के दिन सेक्टर दंडाधिकारियों का दायित्वः
मॉक पोल संचालन से संबंधित सूचना तीस मिनट के अंदर निर्वाची पदाधिकारियों को देना, मॉक पोल के दौरान खराब हुए ईवीएम-वीवीपैट को मॉक पोल रिप्लेस स्टीकर के साथ रखना, निर्धारित समय पर वास्तविक मतदान प्रारंभ कराना, वेबकास्टिंग किए जाने वाले मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग के सफलतापूर्वक अधिष्ठापन का प्रतिवेदन देना, मतदाताओं के लंबी कतार वाले मतदान केन्द्रों पर लगातार भ्रमणशील रहना, प्राप्त शिकायतों का त्वरित निष्पादन, भेद्य टोलों के निर्वाचकों के मताधिकार के प्रयोग पर नजर रखना, निर्धारित समय पर मतदान समाप्त करना, मतदान समाप्ति के समय पंक्ति में खड़े सभी मतदाताओं का मत रिकॉर्ड करवाना आदि।
• मतदान के पश्चात सेक्टर दंडाधिकारियों का दायित्वः
मतदान के तुरत पश्चात मॉक पोल के समय खराब हुए ईवीएम और वीवीपैट को निर्वाची पदाधिकारी द्वारा चिन्हित स्थल पर जमा करना, सुरक्षित ईवीएम और वीवीपैट के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट निर्वाची पदाधिकारी को मतदान की समाप्ति के तुरंत पश्चात सौंपना, निर्वाची पदाधिकारी को मतदान केन्द्रवार मतदान के दिन की रिपोर्ट सौंपना आदि।
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डीएम ने अधिकारियों को कहा कि चुनाव में चार दिन बचा है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए गाँव-गाँव में अभियान चलाएँ तथा लोगों को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में मतदान के प्रति उदासीनता अच्छी स्थिति नहीं है। इसमें परिवर्तन लाने के लिए स्वीप गतिविधि अंतर्गत नियमित तौर पर कार्यक्रम का आयोजन करें। जिन मतदान केन्द्रों पर पूर्व के चुनावों में कम वोटर टर्नआउट हुआ है वहाँ सघन जागरूकता अभियान चलाएँ। *मतदाताओं को उनके मत का महत्व बताएँ तथा मतदान करने के लिए प्रेरित करें*। डीएम ने कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त सार्वभौम वयस्क मताधिकार हम सभी के लिए बहुमूल्य है। जागरूक मतदाता हमारे समृद्ध लोकतंत्र की रीढ़ हैं। चुनावों में उच्च मतदान प्रतिशत इसे एक नया आयाम देगा।
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डीएम श्री शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि मतदान पूर्णतः स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त, पारदर्शी एवं सहभागितापूर्ण माहौल में संपन्न कराया जायगा। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंगे।
इस अवसर पर उपविकास आयुक्त, सहायक निर्वाची पदाधिकारीगण एवं अन्य भी उपस्थित थे।
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