समाहरणालय में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन

समाहरणालय में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन


सभी विभागों में महिलाएँ अहम योगदान दे रही हैं: जिलाधिकारी, पटना

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हमारे महिला पदाधिकारी एवं कर्मी महिला सशक्तिकरण, नारी स्वतंत्रता, समानता एवं न्याय के ब्रैंड-एम्बेसडर: डीएम

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, 2024 के  अवसर  पर हिन्दी भवन समाहरणालय में जिलाधिकारी, पटना श्री शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का थीम 'स्पोर्ट्स' रखा गया था जिसका ध्येय किशोरियों तथा महिलाओं को खेल के प्रति जागरूक करना था। 


कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी ने खेल के प्रति महिलाओं के रुझान और उनके बीच इसकी जागरूकता को बढ़ाने हेतु हरसंभव प्रयास करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने अपने जीवन की उपलब्धि में अपनी माँ के योगदान को बताते हुये कहा कि हमें अपने आस-पास में महिलाओं के प्रति नजरिए को बदलना होगा। उन्होंने कहा कि इसमें महिलाओं को स्वयं आगे आकर अपनी क्षमता का परिचय देना होगा। 


महिला आईपीएल, महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप, फुटबॉल खेल आदि का उदाहरण देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे यहाँ से भी लड़कियां खेल में आगे बढ़े और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी के रूप में  उभर कर सामने आयें यह उनकी इच्छा है। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत किशोरियों के समूह को खेल कूद में प्रोत्साहन हेतु बालिकाओं के बीच स्पोर्ट्स किट एवं फर्स्ट एड किट देकर प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने कहा कि खेलने से शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को अपने लिए कुछ समय निकालकर कोई भी खेल खेलने के लिए प्रेरित किया। 

आज के इस कार्यक्रम में डीएम ने महिलाओं की सामाजिक स्थिति में क्रमिक परिवर्तन एवं व्यावहारिक पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया। जिलाधिकारी ने मंचासीन पटना सदर की सहायक पुलिस अधीक्षक का उदाहरण देते हुए कहा कि आज पुलिस एवं आर्म्ड फोर्सेस से लेकर सभी तरह के विभागों में महिलायें प्रमुख रूप से अपना योगदान दे रही हैं और समय के साथ उनके प्रति लोगों की सोच भी बदल रही है।परन्तु आज भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर पुरुषों का एकाधिकार माना जाता है- इसमें से खेल एक है। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स हमारे अंदर टीम स्पिरिट का विकास करने में सहायक होता है। टीम-वर्क के बारे में उन्होंने आसन्न लोकसभा निर्वाचन, 2024 की तैयारियों का उदाहरण देकर कहा कि चुनाव को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है और सब आपस में मिलकर कार्य कर रहे हैं। इसमें स्वीप कोषांग के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए आंगनबाड़ी सहायिकाएं, सेविकाएं, विकास मित्र एवं जीविका दीदियाँ काफ़ी अच्छा काम रही हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्तियों को मतदाता जागरूकता हेतु तथा आगामी लोकसभा निर्वाचन में बढ़-चढ़ कर अपनी हिस्सेदारी निभाने के लिए शपथ भी दिलाई गई।


जिलाधिकारी द्वारा महिला सशक्तिकरण में सराहनीय योगदान देने वाले पदाधिकारियों को सम्मानित भी किया गया। उन्होंने कहा कि हमारे महिला पदाधिकारी एवं कर्मी महिला सशक्तिकरण, नारी स्वतंत्रता, समानता एवं न्याय के लिए ब्रैंड-एम्बेसडर हैं। 

कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्तियों को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ एवं महिला सुरक्षा हेतु शपथ भी दिलाई गई।


जिलाधिकारी ने खेल के साथ-साथ पढ़ाई पर भी जोर देते हुए कहा कि इस दिशा में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएं लाई गई हैं जिससे महिलायें व्यावसायिक गतिविधियों में भी हिस्सा ले रही हैं और आर्थिक रूप से सबल बन रही हैं।


जिलाधिकारी ने  कहा कि किसी भी प्रकार से महिलाओं का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। आज के कार्यक्रम पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। 


डीएम ने कहा कि लिंग-भेद को समाप्त करने के लिए नियमित तौर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।आदर्श समाज की स्थापना के लिए हम सबको प्रयत्नशील रहना होगा। 


कार्यक्रम में सहायक पुलिस अधीक्षक, पटना सदर , वरीय उप समाहर्तागण, डी.पी.ओ, आई.सी.डी.एस , सभी 

सी.डी.पी.ओ, जीविका कर्मी तथा अन्य उपस्थित थे।

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