*दरभंगा के मुरिया में कौमी एकता कांफ्रेंस का हुआ भव्य आयोजन।*

*दरभंगा के मुरिया में कौमी एकता कांफ्रेंस का हुआ भव्य आयोजन।*


*कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिना शहाब हुई शामिल।*


*मोहतरमा हिना शहाब का दरभंगा जिला में दर्जनों जगह हुआ स्वागत।*


*मुस्लिम समाज शिक्षा में बहुत पीछे है, सभी को अपने बच्चे को शिक्षा दिलाने के लिए आगे आना चाहिए: हिना शहाब*


*बिहार अल्पसंख्यक समाज की उभरते हुई सितारा और नेता हैं हिना शहाब: नजरे आलम*


दरभंगा- 29 नवंबर 2023


ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के 18वां स्थापना दिवस के अवसर पर मुरिया हाट मैदान पर आयोजित कौमी एकता कांफ्रेंस सह कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर सिवान की जमीन से गोपालगंज, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर होते हुए दरभंगा पहुंची हिना शहाब ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की 1947 के भारत आजादी की लड़ाई में सभी समुदायों ने मिलकर भारत को आजाद करवाया था आज हिंदू राष्ट्र की बात हो रही है जो बेहद खतरनाक है।


उन्होंने कहा आज मुस्लिम समाज में शिक्षा की बहुत कमी है। सही से शिक्षा हासिल नहीं कर पाते है। शैक्षणिक क्षेत्र में हम बहुत पिछड़े हुए है इस लिए शिक्षा को हासिल करने के लिए अगर दूसरे मुल्क भी जाना पड़े तो जाना चाहिए। उन्होंने कहां की अगर हम शिक्षा हासिल नहीं करेंगे तो हमारी जगह कहां बनेगी। उन्होंने कहा की मुल्क की हालत को बहुत अच्छी तरीके से आप लोग जान रहे है की हम कहा हैं और हमें कहां रखा जाता है। तो इस हालत में हम सभी भाइयों से कहेंगे की अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा दें चाहे वो सिविल सर्विस हो या MBBS हो या फिर लेकचरशिप में हो किसी भी विभाग में नौकरी के लिए शिक्षा जरूरी है। हमारे समाज और वतन की तरक्की उसी में होगी जब हमारे बच्चे शिक्षित होंगे। हमारे समाज में शिक्षा की अहम भूमिका है। 

उन्होंने एक शेर पढ़ते हुए कहा की 

"मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया"

इसलिए हमारे समाज को शिक्षित होने की जरूरत है। 

अंत में उन्होंने एक शेर और कहा "घायल तो यहां हर एक परिंदा है  लेकिन जो फिर से उड़ जाए वो जिंदा है, सोना से भी कीमती है हिंदुस्तान की मिट्टी, सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्ता हमारा। वहीं इस मौके पर साहब परिवार के करीबी सिवान मुखिया संघ के अध्यक्ष अजय चौहान ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा के सरकार की मंशा साफ नहीं है यही कारण है के गरीब दलित पिछड़ा वर्ग के साथ साथ मुस्लिम समुदाय अधिकार से वंचित है। हम बिहार की जनता मालिक से कहना चाहते हैं के अब हम सभी मिलकर लोकप्रिय नेत्री हिना शहाब को मुख्य मंत्री बनाएं ताकि एक नया बिहार बन सके और सभी समुदाय के लोगों का विकास हो सके। हिना शहाब के साथ इस सभा में उनके करीबी नूतन वर्मा जी, संजय सिंह मुखिया, मुन्ना शाही जी, मोबिन साहब, शहरू भाई, अजय तिवारी जी, हरेन्द्र सिंह पटेल जी, रिजवान अंसारी जी प्रमुख भी शामिल रहे।


इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के अध्यक्ष नजरे आलम ने कहा कि आज बहुत खुशी की बात हैं की ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी करवा के 18वें स्थापना दिवस के अवसर पर कौमी एकता कांफ्रेंस में जनाब शहाबुद्दीन साहेब की पत्नी मोहतरमा हिना शहाब मुख्य अतिथि हैं, और वो इस कार्यक्रम में शिरकत कर रही हैं। 

उन्होंने कहा की बिहार के लिए जातीय जनगणना बहुत ही जरूरी था जिसे नीतीश कुमार की सरकार ने करके एक नया इतिहास रचा है। उन्होंने कहा की बिहार की जातीय जनगणना ने यह साबित कर दिया है की मुस्लिम की बड़ी आबादी है। लेकिन शिक्षा, नौकरी, कारोबार और सियासत में सबसे निचले पायदान पर है। 

श्री आलम ने कहा की सभी पार्टियां मुस्लिमों का वोट लेकर मुसलमानो के साथ नाइंसाफी कर रही है। लेकिन अब बिहार को पुनः उभरते हुए सितारा के रूप बिहार के मुसलमानों और शोषित पिछड़ा समाज की आवाज मोहतरमा हिना शहाब बनेंगी।

श्री आलम ने कहा की आजादी के बाद से हमारा समाज जहां था वहीं आज भी खड़ा है। दलितों की स्थिति भी दयनीय बनी हुई है। तो आज हमारी मजबूरी है के हमें एकजुटता और ताकत दिखाकर सड़कों पर उतरना होगा और अब हम सब किसी भी बहकावे में नहीं आने वाले हैं और न ही फर्जी सेक्यूलरवाद में फंसने वाले हैं। हम अपने अधिकार की लड़ाई इस बेदारी कारवां के बैनर से पहले से लड़ रहे हैं और आगे और मजबूती से लड़ेंगे। कार्यक्रम के समापन पर संयोजक सैफुल इस्लाम ने सभी मेहमानों और आम नागरिकों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में बेदारी कारवां की टीम में मोहम्मद अशरफ, जमीर खान, मोहम्मद तालिब, फखरुद्दीन क़मर,मास्टर नूर आलम, डाक्टर निजामुद्दीन खान, अजहर आलम, मोहम्मद इरफान, जकी अहमद दिल्लू, सुबहानी, पम्मु, मोहम्मद हसन, प्रिंस अतहर, राजा खान, फैजान अहमद, इस्माइल अख्तर, अबु बशर रब्बानी, ईद मोहम्मद, सज्जाद, इमरान अहमद, असरार दानिश, अनवर हुसैन, मोहम्मद इरफान के अलावह समस्तीपुर से मोहम्मद इश्तेयाक अहमद, गयासुद्दीन, सत्यम अग्रवाल, मोहम्मद तनवीर के अलावह बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए।

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