*मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं दिल्ली जीकेसी ने संगठन को मजबूत करने के लिए किया  बैठक*

*मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं दिल्ली जीकेसी ने संगठन को मजबूत करने के लिए किया बैठक*


जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 30 जुलाई ::


मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ संगठन को मजबूत करने के लिए जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ने 30 जुलाई  (सोमवार) को ऑनलाइन (जूम) बैठक आहूत की।


बैठक में संगठन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी जिला एवं सभी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों से ऑनलाइन  (जूम मीटिंग) बैठक किया गया,  जिसमें सभी पदाधिकारियों ने ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद को अपना परिचय के साथ संगठन को मजबूत करने और उसे विस्तारित करने पर अपने विचार दिए।  बैठक में दिए गए विचार/सुझाव पर ग्लोबल अध्यक्ष ने मंथन करते हुए दिशा निर्देश भी दिए।


ऑनलाइन बैठक में ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष सपना वर्मा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री शुभ्रांशु श्रीवास्तव एवं दोनों राज्यों के संगठन प्रभारी पवन सक्सेना,

छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभाकर श्रीवास्तव, लीगल सेल प्रभारी छत्तीसगढ़ अचला श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रीति बख्शी, प्रदेश सचिव (कला प्रकोष्ठ) वीरांगना श्रीवास्तव, वरिष्ठ सदस्य वीरेन्द्र श्रीवास्तव, कोरिया जिला अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) रीना वर्मा, कोरिया जिला अध्यक्ष मनोज सिन्हा,  सूरजपुर जिला के जितेंद्र श्रीवास्तव शामिल थे।            


वही, जीकेसी दिल्ली प्रदेश की  भी बैठक सोमवार को ही हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली प्रदेश कार्यकारणी की गठन करने के लिए आगामी 20 अगस्त को एक बैठक अयोजित कर तिथि एवम नाम की घोषणा की जायेगी। साथ ही, संगठन की सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा। बैठक में उपस्थित सभी सदस्य को निर्देश दिया गया है कि सभी लोग सदस्य को नामित करने के लिए पांच- पांच लोगों का नाम देंगे। अगली बैठक में इसकी घोषणा की जायेगी। दिल्ली की बैठक में हीरालाल कर्ण, बी के मल्लिक,

सर्वेश श्रीवास्तव, नितिन माथुर, राजकुमार सिन्हा, शालनी सिन्हा, सीमा श्रीवास्तव, धनंजय श्रीवास्तव, प्रशांत श्रीवास्तव, अंबुज जी, प्रजेश जी, बॉबी सक्सेना, सुनील कुमार शामिल थे।

                

0 Response to " *मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं दिल्ली जीकेसी ने संगठन को मजबूत करने के लिए किया बैठक* "

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article