नितिन नवीन को  'कार्यकारी अध्यक्ष' बनाकर भाजपा ने कायस्थ समाज के असंतोष को दूर करने का किया प्रयास  : डॉ प्रभात चंद्रा

नितिन नवीन को 'कार्यकारी अध्यक्ष' बनाकर भाजपा ने कायस्थ समाज के असंतोष को दूर करने का किया प्रयास : डॉ प्रभात चंद्रा

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 15 दिसम्बर ::

जदयू कलमजीवी प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. प्रभात चंद्रा ने नितिन नवीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा का यह कदम कायस्थ समाज के लंबे समय से चले आ रहे असंतोष को दूर करने की दिशा में अहम है। बिहार में कायस्थ समाज की आबादी भले ही करीब आधा प्रतिशत हो, लेकिन राजनीतिक, बौद्धिक और संगठनात्मक रूप से कायस्थ समाज की भूमिका हमेशा प्रभावशाली रही है। 

डॉ. प्रभात चंद्रा ने कहा कि विधानसभा चुनाव, 2025 में भाजपा कोटे से कायस्थ समाज को केवल एक ही सीट मिला था, वह भी बांकीपुर, कायस्थ समाज के भीतर नाराजगी का कारण बना था। कुम्हरार जैसी पारंपरिक कायस्थ सीट पर भी कायस्थ समाज को टिकट नही मिलने से यह असंतोष और गहराया था। ऐसे में नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वह अपने कोर वोटर माने जाने वाले कायस्थ समुदाय को नजरअंदाज नहीं कर रही है। 

उन्होंने कहा कि देखा जाए तो नितिन नवीन की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी मजबूत रही है। उनके पिता नवीन किशोर सिन्हा, लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में भाजपा के प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते थे। खुद नितिन नवीन ने संगठन और सरकार, दोनों स्तरों पर अपनी क्षमता साबित की है। उन्होंने कहा कि लगातार पांच बार विधायक बनना और नीतीश सरकार में मंत्री रहना उनकी राजनीतिक स्वीकार्यता का जीवंत प्रमाण है।

डॉ. प्रभात चंद्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक स्तर पर एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने बिहार की राजनीति के साथ-साथ राष्ट्रीय सियासी हलकों में भी हलचल पैदा कर दी है। नितिन नवीन की नियुक्ति ने यह साफ कर दिया है कि भाजपा सामाजिक संतुलन, संगठनात्मक मजबूती और भविष्य के नेतृत्व, तीनों को साधने की दिशा में एक साथ कदम बढ़ा रही है।
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