समाजसेवा और प्रेरणा का स्रोत डॉ. शशि भूषण श्रीवास्तव के निधन पर सीएम नीतीश ने जताया शोक
डुमरांव: पेंशनर्स एसोसिएशन बक्सर के जिलाध्यक्ष सह होम्योपैथ चिकित्सक डॉ. शशि भूषण श्रीवास्तव के निधन पर सैंकड़ों दिग्गज उनके भाव को याद करने उनकी श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे। यह कार्यक्रम उनके पैतृक आवास ठठेरी बाजार डुमरांव में सम्पन्न हुआ। श्रद्धांजलि सभा में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दलों के नेता, बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं परिजनों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उनके जीवन पर आधारित आधे घंटे की डॉक्यूमेंट्री फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। फिल्म में डॉ. श्रीवास्तव के जनहित कार्यों, सामाजिक योगदान और उनके रचनात्मक पक्ष को दिखाया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डॉ शशि भूषण श्रीवास्तव के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि आपका निधन अपूरणीय क्षति है।
उल्लेखनीय है कि उन्होंने बक्सर जिले की पहली फिल्म बाजे शहनाई हमार अंगना का निर्माण भी किया था। डॉक्यूमेंट्री में उनके संघर्षपूर्ण जीवन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान, समाजसेवा तथा मानवीय सरोकारों को केंद्र में रखकर प्रस्तुति दी गई।
*डॉ. शशि भूषण श्रीवास्तव का जीवन ही एक संदेश*
श्राद्धकर्म के मौके पर उपस्थित अभियोजन निदेशालय (गृह विभाग) के विशेष सचिव-सह-प्रभारी निदेशक सुधांशु कुमार चौबे ने कहा कि डॉ. श्रीवास्तव ने अपनी नौकरी के साथ-साथ समाज के लिए निःशुल्क होम्योपैथ चिकित्सा सेवा दी और फिल्म निर्माण कर समाज को सांस्कृतिक दिशा भी दी। उनका जीवन ही एक संदेश है कि सीमित संसाधनों के बावजूद समाजहित में बड़ा कार्य किया जा सकता है। अन्य वक्ताओं ने भी कहा कि डॉ. श्रीवास्तव का पूरा जीवन सादगी और उच्च विचारों का प्रतीक रहा। रेलवे में अधिकारी पद पर रहते हुए भी उन्होंने ताउम्र गरीबों और जरूरतमंदों को निःशुल्क होम्योपैथ चिकित्सा उपलब्ध कराई। दानापुर डीआरएम ऑफिस से वर्ष 2004 में अवकाश ग्रहण करने के बाद भी वे लगातार समाजसेवा और चिकित्सा कार्यों से जुड़े रहे।
*समाजसेवा और प्रेरणा का स्रोत थे डॉ. शशि भूषण*
30 अगस्त को डुमरांव में अंतिम सांस लेने वाले डॉ. श्रीवास्तव के बारे में श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा कि उनका जीवन अनेक लोगों के लिए प्रेरणादायी रहा। वे अक्सर लोगों को सात्विकता, ईमानदारी और मानवीय मूल्यों पर चलने की प्रेरणा देते थे। उनका मानना था कि समाज का विकास तभी संभव है जब अंतिम व्यक्ति तक सहायता पहुंचे। डॉक्यूमेंट्री में यह संदेश प्रमुख रूप से उभरा कि एक व्यक्ति अपने कर्मों से समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। उनके व्यक्तित्व को देखकर यह समझ आता है कि पद और प्रतिष्ठा से अधिक महत्वपूर्ण सेवा और निष्ठा है। बता दें कि डॉ. श्रीवास्तव ने अपने पीछे भरापूरा परिवार और प्रेरणादायी विरासत छोड़ी है। उनकी पत्नी माया श्रीवास्तव आज भी परिवार को संभाल रही हैं। उनके चार पुत्र अधिवक्ता मनोज कुमार श्रीवास्तव, लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव, शिक्षाविद शैलेंद्र श्रीवास्तव और पत्रकार रवि शंकर श्रीवास्तव समाज में अपनी-अपनी पहचान रखते हैं। उनकी पुत्रियां नूतन श्रीवास्तव, सुनीता श्रीवास्तव, पूर्णिमा श्रीवास्तव और ज्योति बाला भी अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं।
*गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति*
श्राद्धकर्म में जदयू नेता रामबिहारी सिंह, बक्सर के सदर विधायक संजय तिवारी, डुमरांव विधायक डॉ. अजित कुमार सिंह, विधान पार्षद जीवन कुमार, जदयू नेता अंजुम आरा, जदयू नेता ओमप्रकाश सिंह सेतु, विनोद राय, भाजपा नेत्री वर्षा पांडेय, डुमरांव डीएसपी पोलस्त कुमार, थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन, राजपरिवार से मानविजय सिंह, विश्वामित्र सेना प्रमुख राजकुमार चौबे, भाजपा नेता सह पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा, राजद नेता पप्पू यादव, जगनारायण यादव, अखिलेश यादव, जनसुराज नेता शिवांग विजय सिंह, जनसुराज के जिला सचिव रवि सिन्हा, जदयू नेता राहुल सिंह, डॉ. सचिदानन्द सिन्हा रचना चक्र के राष्ट्रीय संयोजक सुधाकर श्रीवास्तव, डॉ. सुमित सौरभ, डॉ. शैलेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह समेत बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, अधिवक्ता और स्थानीय लोग उपस्थित थे।
*सैकड़ों लोग रहे मौजूद*
इस मौके पर अधिवक्ता सुमन श्रीवास्तव, कमलेश सिंह, प्रदीप जायसवाल, प्रतिभा सिंह, रामनाथ तिवारी, आशुतोष श्रीवास्तव, आलोक कुमार, विशेश्वर सिंह, नरसिंह पहलवान, श्यामजी गुप्ता, चुनमुन प्रसाद वर्मा, माधो श्रीवास्तव, अजीतपाल सिंह, मो. इजहार, भस्माकर दुबे, श्रद्धा तिवारी, भरत मिश्रा, अशोक सिंह, राजीव रंजन, पत्रकार धीरज वर्मा, सत्येंद्र चौबे, दिनेश ओझा, विकास श्रीवास्तव, जय प्रकाश मिश्रा, चंद्रकांत निराला, अमित पांडेय, अमित कुमार ओझा, आलोक कुमार सिन्हा, गोलू मिश्रा के साथ ही पत्रकारों में रजनीकांत दुबे, सुजीत कुमार सिंह, अमरनाथ केशरी, गिरीश द्विवेदी, राज हाई स्कूल के प्राचार्य अनुराग मिश्रा, सीपीएसएस हाई स्कूल के प्राचार्य डॉ मोहम्मद अशफाक के साथ ही भाजपा नेता दीपक यादव, मुखिया सिंह कुशवाहा समेत अन्य सैकड़ों लोग मौजूद रहें।
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