कलाकारों को पेंशन ऐतिहासिक फैसला- मोती लाल प्रसाद
गुरू-शिष्य परम्परा योजना से जीवित होंगे विलुप्त लोक कला
पटना
1 जुलाई 2025
बिहार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री मोती लाल प्रसाद ने मंत्रिमंडल द्वारा मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना एवं मुख्यमंत्री गुरू शिष्य परंपरा योजना स्वीकृत किये जाने पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है तथा कहा है कि यह फैसला ऐतिहासिक है।
श्री प्रसाद ने कहा कि राज्य के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निवास करने वाले पारंपरिक, शास्त्रीय, चाक्षुष एवं प्रदर्श कलाओं से जुड़े कलाकारों को 3000/- रूपया मासिक पेंशन दिया जायेगा। इस हेतु विभाग चयन प्रक्रिया शुरू करेगी तथा जिला स्तर पर प्राप्त आवेदनों की जिला समिति द्वारा समीक्षा के उपरांत इसे राज्य स्तरीय विभागीय समिति को भेजी जायेगी। कलाकारों की आर्थिक स्थिति को बदलने एवं उनके जीवन यापन को आसान बनाने हेतु सरकार का यह महत्वपूर्ण निर्णय है।
श्री प्रसाद ने कहा कि विभाग की दूसरी योजना ‘‘मुख्यमंत्री गुरू-शिष्य परम्परा योजना’’ की स्वीकृति भी कैबिनेट के द्वारा दी गई है। इसके तहत विलुप्त प्राय क्रमशः लोक गाथा, लोक नाट्य, लोक नृत्य, लोक संगीत, लोक वाद्य यंत्र, शास्त्रीय कला एवं चित्रकला सिखाने हेतु गुरू, संगीतकार एवं शिष्यों के लिए क्रमशः 15000/-, 7500/- एवं 3000/- मासिक मानदेय का प्रावधान रखा गया है। सरकार के इस कदम से विलुप्त होते सभी लोक कला को बचाया जायेगा। इस अवसर पर भाजपा कला संस्कृति विभाग के प्रदेश संयोजक वरुण कुमार सिंह सहसंयोजक डॉक्टर विश्वनाथ शरण सिंह भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश बबलू शामिल थे
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