मदरसों में कंप्यूटर की षिक्षा से रोजगार के अवसर मिलेंगेः सलीम परवेज़
मुसलमान मतदाता सूची पुनरीक्षण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंः इरशाद अली आज़ाद
पटना सिटी, 10 जुलाई 2025ः माँ की गोद के बाद, मदरसे बच्चों की शिक्षा के लिए सबसे बेहतरीन जगह हैं। मदरसों में कंप्यूटर की षिक्षा से रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस्लाम को ज़िंदा रखने के लिए मदरसों की स्थापना ज़रूरी है। ये विचार बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सलीम परवेज़ ने पटना सिटी स्थित मदरसा गुलशन ए इब्राहीम में कंप्यूटर लैब के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जिस राष्ट्र की शुरुआत तिलावत से होती है, उससे बेहतर कोई राष्ट्र नहीं होता। महान वैज्ञानिक क़ुरान सीखकर और उस पर अमल करके ही महान वैज्ञानिक बने हैं।
श्री सलीम परवेज़ ने कहा कि आज के दौर में कंप्यूटर शिक्षा बहुत ज़रूरी है। हवाई जहाज़ और रॉकेट कंप्यूटर से ही चलते हैं। बच्चों को भी कंप्यूटर शिक्षा से लैस होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल शिक्षा के लिए करना चाहिए, न कि रेल बनाने के लिए। उन्होंने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और कुछ लोग शिक्षा पर ध्यान दिए बिना अपनी मेहनत की कमाई बेवजह खर्च कर देते हैं। दरअसल, वे अपने माता-पिता को नहीं, बल्कि खुद को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि यह उनका स्वर्णिम काल है। जब लोहा गर्म होता है, तो उस पर हथौड़ा मारा जाता है। इसलिए, अभी आपकी उम्र है जब लोहा गर्म है और यही वह समय है जब हथौड़ा मारना ज़रूरी है, यानी इस उम्र का सही इस्तेमाल करना है।
उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार का युग है। अगर आप इस युग में कंप्यूटर की शिक्षा प्राप्त करते हैं, तो आपको किसी न किसी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर, डेटा ऑपरेटर और अन्य कर्मचारियों के रूप में नौकरी ज़रूर मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि मैं उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकूँ। मैंने मुंबई में रेमिंगटन मशीन पर चालीस दिनों में टाइपिंग का कोर्स भी पूरा किया और फिर विदेश में नौकरी की। मेरी अमेरिका जाने की इच्छा थी और अल्लाह तआला की कृपा से मेरी वह इच्छा भी पूरी हुई।
उन्होंने घोषणा की कि वह गुलशन-ए-इब्राहिम मदरसा के विकास के लिए अपनी जेब से भुगतान करेंगे। उन्होंने कहा कि वह इस मदरसे के विकास में हर संभव मदद करेंगे।
इस अवसर पर बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष इरशाद अली आज़ाद ने कहा कि पटना सिटी का ऐतिहासिक महत्व है। मदरसा सुलेमानिया से लेकर सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड तक की संपत्ति पटना सेटी की है। उन्होंने कहा कि गुलशन-ए-इब्राहिम मदरसा में बेहतर शिक्षा व्यवस्था है। जिला प्रशासन को भी इस बारे में अवगत कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण में मुसलमानों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
इस अवसर पर जनता दल यू नेता आरए दानिश, सामाजिक कार्यकर्ता शाह फैज-उर-रहमान, वरिष्ठ पत्रकार साजिद परवेज, कारी शाहुद-उल-रहमान, रियाजुद्दीन, हनीफ शेख, जमील अहमद, सैयद मुशर्रफ हसन, मुहम्मद ओसामा, अब्दुल कादिर, शहजाद राशिद, डॉ. इकबाल अहमद और मुहम्मद अफरीदी विशेष रूप से उपस्थित थे।
इससे पहले मदरसा गुलशन इब्राहिम के अध्यक्ष सैयद अब्दुल हन्नान, सचिव खलील अहमद ने बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सलीम परवेज़, इरशाद अली आज़ाद का स्वागत शॉल और गुलदस्ता भेंट कर किया। इस अवसर पर सचिव मुहम्मद यूनुस ने शाह अज़ीमाबाद एजुकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से अध्यक्ष सलीम परवेज़ को स्मृति चिन्ह और गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया। बाद में, श्री सलीम परवेज़ ने कंप्यूटर लैब का उद्घाटन किया। समारोह की शुरुआत मुहम्मद अफ़रोज़ द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई, जबकि मुहम्मद अब्दुल्ला ने नात पेश की और मुहम्मद मुफ़ज़ल रज़ा, हबीबुल्लाह, सैयद अदनान हाशमी, सैयद सबा हाशमी और मुहम्मद अफ़रोज़ ने हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में विभिन्न विषयों पर संक्षिप्त भाषण प्रस्तुत किए।
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