महागठबंधन में उलझी सीट बंटवारे की गांठ, सबकी अपनी डफली अपना राग - अंजुम आरा
जद (यू) प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा ने मीडिया में जारी बयान में विपक्षी महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा और कहा कि महागठबंधन में नेतृत्व का संकट और आपसी अविश्वास चरम पर है। अपने व्यक्तिगत हित के आगे कोई भी दल समझौता करने को तैयार नहीं है। एक तरफ मुकेश सहनी 60 सीटों की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस और वाम दल भी अपनी-अपनी शर्तें थोपने में लगे हैं। ऐसे में यह स्पष्ट हो चुका है कि महागठबंधन के पास न नीति है, न नेतृत्व और न ही कोई साझा विजन।
उन्होंने कहा कि जिस गठबंधन के दल एक-दूसरे की मांगों को लेकर संशय में हों, वे जनता के हितों की रक्षा कैसे कर सकते हैं? यह गठबंधन सिर्फ कुर्सी की राजनीति का गठजोड़ है, जिसमें जनता के मुद्दों का कोई स्थान नहीं है। महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर कांग्रेस और आरजेडी में गहरा मतभेद है वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव खुद को महागठबंधन का नेता घोषित कराने की कोशिश में लगे हैं जिसे कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार के सुशासन, पारदर्शिता और विकास के मॉडल को भली-भांति समझती है और आने वाले चुनाव में फिर एक बार स्थिर और मजबूत नेतृत्व को ही प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता के कल्याण को लेकर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार दिन रात मेहनत कर रहे हैं और वो वोटर की चिंता करते हैं ना कि वोट की ।
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