20 वर्षों में गरीबों के पुनर्वास की कोई नीति नहीं बनी: दीपंकर भट्टाचार्य

20 वर्षों में गरीबों के पुनर्वास की कोई नीति नहीं बनी: दीपंकर भट्टाचार्य

*मांझी समुदाय के विस्थापन के खिलाफ माले विधायक गोपाल रविदास का अनशन शुरू*

पटना, 13 फरवरी 25

भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में भाजपा के योगी राज का बुलडोजर मॉडल नहीं चलेगा। उन्होंने पटना के बुद्ध मूर्ति चौक पर मांझी समुदाय के विस्थापन के खिलाफ विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में शुरू हुए अनशन का समर्थन किया और पीड़ितों को माला पहनाकर अनशन की शुरुआत कराई।

दीपंकर ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि 20 वर्षों में गरीबों के पुनर्वास की कोई नीति नहीं बनी, जिससे पटना समेत पूरे बिहार में दलित-गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। उन्होंने जीतन राम मांझी से अपने समुदाय के बीच आने की अपील की और सरकार पर डिप्टी सीएम के आलीशान भवन निर्माण के लिए मांझी समुदाय को हटाने का आरोप लगाया।

विधायक महबूब आलम ने कहा कि फुटपाथ पर जीवनयापन करने वाले गरीबों को बगैर वैकल्पिक व्यवस्था के हटाया जा रहा है। वहीं, गोपाल रविदास ने कहा कि 30 वर्षों से विस्थापन की मार झेल रहे इन परिवारों के लिए सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर सकी, इसलिए जब तक पुनर्वास नहीं होगा, अनशन जारी रहेगा।

विधायक व अनशनकारी गोपाल रविदास ने कहा कि 30 सालों से विस्थापन की मार झेल रहे राजधानी पटना के बुद्ध मूर्ति के सैंकड़ों मांझी परिवारो के लिए जब नीतीश सरकार 20 वर्ष में पुनर्वास की व्यवस्था नही कर सकी तो पूरे बिहार में दलित-महादलित, मांझी आदि समुदाय की स्थिति क्यों होगी इसे समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि   जिलाधिकारी व आयुक्त ,पटना नगर निगम से महीनों से इन मांझी परिवारों को बसाने की गुहार लगाया, 22 जनवरी को आयुक्त ने 15 दिनों में पुनर्वास का आश्वासन दिया वाबजूद इसके उजाड़ा जाने लगा इसलिए अब जबतक सरकार,निगम व जिलाधिकारी इन पीड़ित मांझी परिवारों को पुनर्वासित नहीं करती तब तक अनशन जारी रहेगा।

सभा का संचालन रणविजय कुमार ने किया। प्रमुख वक्ताओं में महबूब आलम, अभुदय, सरोज चौबे, उमेश सिंह, अनिता सिन्हा, कमलेश शर्मा, जितेंद्र कुमार, शम्भूनाथ मेहता, मुर्तजा अली, विनय कुमार, विभा गुप्ता, संजय यादव, अनय मेहता, राजेश कुशवाहा, राखी मेहता, प्रमोद यादव, पुनीत पाठक, सुरेश रविदास सहित पीड़ित व अनशनकारी मांझी परिवार के सीमा देवी, सुदमिया देवी, रूदल मांझी आदि समेत कई नेता व विस्थापित परिवार शामिल रहे। मौके पर पार्टी नेता अमर भी शामिल थे।

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