बाल श्रम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, पटना में 10 बच्चों को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराया गया
पटना: दिनांक 20 फरवरी 2025 को श्रम संसाधन विभाग, बिहार और स्थानीय पुलिस के संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े अभियान के तहत 10 बाल श्रमिकों को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराया गया। यह अभियान बाल शोषण और मानव तस्करी के खिलाफ चल रही मुहिम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। यह कार्रवाई श्री सुबोध सिन्हा, निवासी नौजार घाट, खाजेकलां थाना क्षेत्र के ठिकाने पर की गई, जहां बच्चों को नग बनाने के काम में जबरन मजदूरी कराई जा रही थी। मुक्त कराए गए बच्चों की उम्र 8 से 12 वर्ष के बीच थी और वे बेहद दयनीय परिस्थितियों में रह रहे थे, जहां उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया था।
उक्त के विषय में श्रम संसाधन विभाग के सचिव श्री दीपक आनन्द ने कहा, "हम जनता से अपील करते हैं कि वे बाल श्रम के मामलों की सूचना तुरंत दें, ताकि हम मिलकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। हर बच्चे को एक सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार है। बिहार में बाल श्रम के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है और इस अमानवीय कृत्य में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही हम प्रदेश वासियों से ये अपील करेंगे कि कोई भी बाल मजदुर दिखने पर 9471229133 पर व्हाट्स एप के जरिये संसूचित किया जा सकता है ।
वहीं, श्री राजेश भारती, श्रमायुक्त, बिहार ने इस कार्रवाई को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा, " आज का अभियान दर्शाता है कि हमें बाल श्रम के खिलाफ लड़ाई में लगातार प्रयास करने की जरूरत है।" उन्होंने यह भी बताया कि मुक्त कराए गए 10 बच्चों में से 8 राजस्थान से हैं और 2 बच्चे पटना जिले के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि मुक्त कराए गए बच्चों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है और उन्हें बाल कल्याण समिति द्वारा सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। वहां उन्हें मानसिक समर्थन, शिक्षा और पुनर्वास सुविधाएं दी जाएंगी, ताकि वे सामान्य जीवन में लौट सकें।
भारत सरकार और राज्य सरकारों के संयुक्त प्रयासों के तहत बाल श्रम के खिलाफ इस तरह के अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं। श्रम विभाग के स्थानीय अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस शोषण के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के तहत सख्त सजा मिले।
0 Response to "बाल श्रम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, पटना में 10 बच्चों को बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराया गया"
एक टिप्पणी भेजें