भाजपा दिशाहीन और सिद्धान्त विहीन पार्टी - डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह

भाजपा दिशाहीन और सिद्धान्त विहीन पार्टी - डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल का नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा पर चुटकी लेते हुए कहा कि जयसवाल जी कहते हैं कि भाजपा का सिद्धान्त है- एक व्यक्ति, एक पद। इसलिए उन्होंने राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसका अर्थ यह निकलता है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे0पी0 नड्डा को भाजपा के सिद्धान्त के बारे में कोई जानकारी नहीं है। और अगर ऐसा नहीं है तो उन्हें अविलम्ब इस्तीफा दे देना चाहिए। क्योंकि वे दो पद पर विराजमान हैं। नड्डा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ मोदी सरकार में स्वास्थ मंत्री भी हैं। इसलिए नड्डा को अपने बिहार अध्यक्ष से सीख लेनी चाहिए कि पार्टी के सिद्धान्त का पालन कैसे किया जाता है और इस्तीफा दे देना चाहिए। 
ताज्जूब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पार्टी के सिद्धान्त से कोई लेना देना नहीं है। यह सुविधा के सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है राष्ट्रीय स्तर पर कुछ और सिद्धांत और चुनावी राज्य के लिए कुछ और सिद्धांत। वास्तव में भाजपा एक दिशाहीन और सिद्धान्त विहीन पार्टी है। वेतहासा की स्थिति में सिद्धान्त के ओट में मुँह छुपाने लगती है। मोदी जी भाजपा के आराध्य हैं इसलिए उनको साफ करना चाहिए कि पार्टी का सिद्धान्त क्या है। पार्टी के सिद्धान्त पर खुद निर्णय लेना चाहिए और नड्डा को मंत्रिमंडल से बाहर करना चाहिए। 
डा0 सिंह ने भाजपा के सामने नीतीश कुमार की बेचारगी पर भी कटाच्छ किया और कहा कि मुख्यमंत्री ऐसे व्यक्ति को कैसे मंत्री बना देते हैं जिसको अपना त्यागपत्र भी लिखना नहीं आता। जिस व्यक्ति को न ‘बिहार’ लिखने आता हो न ‘सूचित’ करने आता हो वह प्रदेश का क्या हाल करेगा इसका भगवान ही मालिक है। 

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