धरोहर की वापसी: पीएलएफ द्वारा दुर्गा पूजा के अवसर पर विशेष शास्त्रीय संगीत का आयोजन

धरोहर की वापसी: पीएलएफ द्वारा दुर्गा पूजा के अवसर पर विशेष शास्त्रीय संगीत का आयोजन

**पंडित रोनू मजूमदार और पंडित तरुण भट्टाचार्य की बांसुरी-संतूर जुगलबंदी**

*विजय कुमार सिन्हा उप मुख्यमंत्री बिहार एवम  आर्ट एंड कल्चर मंत्री और संतोष कुमार सुमन आईटी मंत्री होंगे विशिष्ट अतिथि*

*इस प्रकार के आयोजन से पूरे बिहार का मान सम्मान बढ़ेगा:एडिशनल डायरेक्टर अशोक कुमार सिंह*

**पटना, 2024 (प्रेस विज्ञप्ति):** पटना लिटरेरी फेस्टिवल (पीएलएफ) द्वारा दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर पटना और बिहटा में एक दो-दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 11 और 13 अक्तूबर 2024 को होगा।
पहला कार्यक्रम 11 अक्तूबर को सीताराम आश्रम मैदान, बिहटा में आयोजित होगा, जहां पुरुलिया छऊ (पश्चिम बंगाल) के 16 कलाकारों द्वारा अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही, सुप्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की विदुषी और कलाकार, डॉ. रिचा रश्मि, भजन की प्रस्तुति देंगी।  इस कार्यक्रम में १000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।

दूसरा कार्यक्रम 13 अक्तूबर को बिहार म्यूजियम के एम्फीथिएटर, पटना में आयोजित होगा, जिसमें युवा कलाकार तबला तरंग और कथक प्रवाह की प्रस्तुति देंगे। तबला पर गुरु अजय कुमार ठाकुर के साथ रिशभ कुमार, लक्की कुमार, अवि, टोनी और तालांजय संगत करेंगे, जबकि कथक प्रवाह में मिथु, नंदिनी, धुमाली, तिब्रा और नृत्यांगना अपनी प्रस्तुति देंगी।

तीसरा और अंतिम कार्यक्रम भी 13 अक्तूबर को बिहार म्यूजियम के एम्फीथिएटर में आयोजित होगा, जहां संतूर पर पंडित तरुण भट्टाचार्य और बांसुरी पर पंडित रोनू मजूमदार की जुगलबंदी की शानदार प्रस्तुति होगी। तबला पर पंडित मिथिलेश झा संगत करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए 400 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

इस आयोजन के बारे में पीएलएफ के अध्यक्ष और रुबन मेमोरियल के डायरेक्टर, डॉ. सत्यजित सिंह ने कहा, "भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। वर्षों पहले इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम दुर्गा पूजा के अवसर पर देखे जाते थे। अब हम  लोग इसे फिर से जीवंत करने का प्रयास कर रहे हैं।" 

पीएलएफ के संस्थापक व सचिव खुर्शीद अहमद ने बताया कि पटना में दशहरा के अवसर पर इस प्रकार का फेस्टिवल इस साल देखने को मिलेगा, जो पटना वासियों के लिए बेहद खुशी की बात है। पहले इस तरह के फेस्टिवल गाँधी मैदान, बाजार समिति और पटना कॉलेजिएट स्कूल जैसी जगहों पर होते थे।"
उन्होंने आगे कहा कि फेस्टिवल की तैयारियाँ जोरों पर हैं, और रुबन मेमोरियल का इसमें विशेष रूप से सहयोग है। फेस्टिवल का आनंद लेने के लिए प्रवेश नि:शुल्क है, लेकिन सीट बुकिंग अनिवार्य है। बुकिंग के लिए 98350-36655 पर संपर्क करें या एसएमएस करें।  विशिष्ट अतिथि में श्री विजय सिन्हा उप मुख्यमंत्री बिहार एवम  आर्ट एंड कल्चर मंत्री और संतोष कुमार सुमन आईटी मंत्री ने सहमति दे दी है। 

कार्यक्रम के संयोजक मनीष सिंह ठाकुर हैं, जो पीएलएफ की टीम के साथ मिलकर आयोजन को अंतिम रूप दे रहे हैं। बिहार म्यूजियम के एडिशनल डायरेक्टर अशोक कुमार सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन पूरे बिहार का मान सम्मान बढ़ाते हैं। 

इस आयोजन को सफल बनाने में पीएलएफ के अन्य सदस्य फैजान अहमद,पंकज चौधरी, राकेश रंजन, ओबैदुर रहमान , शिव जी चर्तुवेदी और अपूर्व हर्ष पूरे उत्साह से सहयोग कर रहे हैं।

1 Response to "धरोहर की वापसी: पीएलएफ द्वारा दुर्गा पूजा के अवसर पर विशेष शास्त्रीय संगीत का आयोजन"

  1. भारतीय संस्कृति की विरासत को बचाए रखने के सार्थक प्रयास के लिए मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.13 अक्टूबर को आयोजित होने वाले श्री रोनू मजूमदार और श्री तरुण भट्टाचार्य के कार्यक्रम को देखने सुनने के लिए उत्साहित हूं.
    वर्ष 1980-90 के दशक में मुझे आदरणीय उस्ताद बिस्मिल्लाह खां साहेब, वायलिन वादक श्री वी जी जोग,पंडित जसराज, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया श्रीमती एन राजन, श्रीमती शोभा गुर्टू जी का गायन वादन सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जिसके लिए उन सभी के प्रति कृतज्ञ हूं.
    मेरी शुभकामनाएं.

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