पदयात्रा का दूसरा दिन, जगह – जगह पदयात्रियों का स्वागत, बदलाव का दिखा संकल्प

पदयात्रा का दूसरा दिन, जगह – जगह पदयात्रियों का स्वागत, बदलाव का दिखा संकल्प

*हिसुआ से शुरू होकर लालू नगर, उमराव बिगहा, मंझवे में जन संवाद करते हुए वजीरगंज की तरफ बढ़ी यात्रा*

*जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय कुमार ने भी पदयात्रा में की हिस्सेदारी*

नवादा 17, अक्टूबर 2024

बदलो बिहार न्याय पदयात्रा के आज दूसरे दिन सुबह हिसुआ से पदयात्रियों का जत्था अपने गंतव्य की ओर रवाना हुआ. आज की यात्रा में भाकपा–माले महासचिव कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य के अलावा एमएलसी शशि यादव,अरवल विधायक महानंद सिंह, रामबली सिंह यादव, गोपाल रविदास आदि नेताओं की टीम में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय कुमार भी शामिल हुए.

माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ग्रामीणों – फुटपाथ दुकानदारों और समाज के विभिन्न तबकों से लगातार संवाद कर रहे हैं और बिहार में बदलाव की अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हमारी पदयात्रा को आम लोगों का समर्थन मिल रहा है उससे साफ़ जाहिर है कि बिहार डबल बुलडोजर वाली सरकार की विदाई के लिए तैयार है. उन्होंने सिवान में जहरीली शराब से हुई मौत पर आक्रोश जाहिर किया. कहा कि नीतीश सरकार शराब तस्करों पर नियंत्रण करने में असफल रही है. बार – बार ऐसी घटनाएं हुई हैं लेकिन मौतों का सिलसिला नहीं रुका. बिना राजनीतिक सरंक्षण के शराब माफिया नहीं चल रहे. जहरीली शराब गरीबों के जनसंहार का हथियार बन गया है.
हिसुआ से पदयात्रियों का जत्था बिहार को बदलने के साथ शुरू हुआ और लालू नगर, उमराव बिगहा, मंझवे में जन संवाद करते हुए वजीरगंज की तरफ बढ़ चुका है. लालू नगर में सैकड़ों की संख्या में महादलित, गरीबों – मज़दूरों – महिलाओं ने पदयात्रियों का स्वागत किया. माले महासचिव ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें 27 अक्टूबर को पटना के न्याय सम्मेलन में आने का न्योता दिया. अपने संबोधन में माले महासचिव ने कहा कि जमीन सर्वे पर एक बार फिर हमला किया. कहा कि 
हमने साफ-साफ कहा है कि सबसे पहले जिस जमीन पर लोग बसे हुए हैं उस जमीन का कागज दिया जाए. सरकार बिहार के गरीबों को उजाड़ने में लगी है. इसे बिहार अब बर्दाश्त नहीं करेगा.

एमएलसी शशि यादव ने भी जनसंवाद यात्रा को संबोधित किया और स्मार्ट मीटर पर रोक सहित कई मसलों को उठाया. विधायक रामबली सिंह यादव ने कहा कि बुलडोजर राज को बदल देना है. बिहार में न्याय का राज चाहिए. दलितों पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे. 

लालू नगर से नवादा–गया मुख्य मार्ग से पदयात्रा करते हुए जत्था उमरांव बिगहा पहुंचा जहां कुछेक स्कूली शिक्षकों और ग्रामीणों ने पदयात्रियों का स्वागत किया. अतिपिछड़ी जाति बहुल इस गांव में ग्रामीणों ने भूमि सर्वे और स्मार्ट मीटर का मुद्दा उठाया. ग्रामीणों ने माले की यात्रा में उठाए जा रहे मुद्दों का समर्थन किया तथा बिहार में बदलाव की जरूरत को महसूस किया. यहां पर आयोजित सभा को मुख्य रूप से धनंजय कुमार और महानंद सिंह ने संबोधित किया. 
इसके आगे यात्रा मंझवे पहुंची जहां बाजार में जनसंवाद करते हुए विधायक गोपाल रविदास और अन्य लोगों ने संबोधित किया. कड़ी धूप के बावजूद 100से अधिक पदयात्री यात्रा में लगातार शामिल हैं.

भीतहरवा से निकली यात्रा दूसरे दिन पोखरिया होते हुए बैशखवा पहुंच गई है. बक्सर में यात्रा का नेतृत्व डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह कर रहे हैं. मुजफ्फरपुर के औराई से निकली यात्रा की अगुवाई rya के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम कर रहे हैं. 

मिथिला वाली यात्रा आज कलुवाही से निकलती सुबह 9 बजे अभी मधुबनी के माले नगर पहुंची.

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