इच्छाशक्ति से सब कुछ संभव है : डॉ. सामंत
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर पटना में दिनांक 19 अगस्त 2024 को आयोजित बैठक में डॉ. आर. के. सामंत, पूर्व कुलपति, बिधान चंद्र कृषि विश्वविद्यालय ने कहा कि इच्छाशक्ति से हर काम संभव है | जीवन में किसी भी चीज को पाने के लिए मेहनत से पहले मजबूत इच्छाशक्ति का होना बेहद जरूरी है। संस्थान के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को समाज के लिए समर्पित रहना चाहिए | साथ ही उन्होंने आईएआरआई पटना हब के छात्रों को भी प्रोत्साहित किया |
डॉ. यू. एस. गौतम, उप महानिदेशक (कृषि प्रसार), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने बताया कि संस्थान अनुसंधान एवं प्रसार गतिविधियों में बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहा है | संस्थान का नेतृत्व हमेशा से ही अव्वल रहा है | डॉ. गौतम ने परिषद मुख्यालय द्वारा संस्थान की प्रमाणित 25 प्रौद्योगिकियों की प्रशंसा की |
डॉ. एस.सी. दूबे, कुलपति, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, राँची ने बताया कि पूर्वी क्षेत्र का बाढ़ प्रभावित मैदान अनुसंधान की दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है | यह संस्थान पूर्वी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित मैदानों की समृद्ध जैव विविधता का लाभ ले सकता है। उन्होंने वैज्ञानिकों को जैविक तनाव सहिष्णु फसल की किस्मों पर भी कार्य करने पर जोर दिया |
डॉ. आर. के. सिंह, सहायक महानिदेशक (कृषि प्रसार), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने कृषि से संबंधित वैश्विक समस्याओं पर कार्य करने की सलाह दी |
इससे पूर्व, अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास ने संस्थान की उपलब्धियों एवं प्रगतिशील परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी | डॉ. दास ने बताया कि संस्थान द्वारा संचालित प्रयास (PRAYAS) कार्यक्रम के तहत पूर्वी क्षेत्र के हर राज्यों के कमजोर वर्ग के गाँवों विशेषकर एक-एक अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के गाँव को आजीविका में सुधार हेतु कृषक भागीदारी शोध एवं विस्तार कार्य कर रहा है। उन्होंने संस्थान की शोध, प्रसार एवं शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह संस्थान कृषि अनुसंधान क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने संस्थान में संचालित नवनिर्मित आईएआरआई पटना हब के विषय में अतिथियों को अवगत कराया एवं वहां उपस्थित छात्रों से परिचय कराया। डॉ. उज्ज्वल कुमार, प्रभागाध्यक्ष, सामाजिक-आर्थिक एवं प्रसार ने स्वागत भाषण दिया | डॉ. धीरज कुमार सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ |
0 Response to "इच्छाशक्ति से सब कुछ संभव है : डॉ. सामंत"
एक टिप्पणी भेजें