इस रक्षाबंधन पर्व के आयोजन के दौरान रक्षाबंधन के महत्व तथा इसके पुराने इतिहास  के बारे में अवगत कराया  गया

इस रक्षाबंधन पर्व के आयोजन के दौरान रक्षाबंधन के महत्व तथा इसके पुराने इतिहास के बारे में अवगत कराया गया

जीवन एक ऐसी मिट्टी है जिसमे संबंधो का वीज  पनपता है और यही संबंध इंसान को अच्छी जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करते है l इसी श्रृंखला  में आज दिनांक 16/08/2023 को कमांडेंट श्रीमती सुवर्णा सजवाण के मार्गदर्शन में 40वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल पटना के प्रांगण में वाहिनी के अधिकारियों, कर्मचारियों और सेंट करेंस स्कूल गोला रोड  के शिक्षक , शिक्षिकाएं  तथा छात्र- छात्राओ के द्वारा "रक्षाबंधन " पर्व का आयोजन किया गया l 
इस रक्षाबंधन पर्व के आयोजन के दौरान रक्षाबंधन के महत्व तथा इसके पुराने इतिहास  के बारे में अवगत कराया  गया तथा साथ ही साथ  यह भी बताया गया कि रक्षाबंधन भाई-बहन का एक  पवित्र त्योहार है जिसमे भाई अपनी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते है और बहने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधती है तथा अपने भाइयों के सुखमय जीवन की  मनोकामना करती है |   यह पर्व प्राचीन काल से ही हमारे देश में  मनाया जाता आ रहा है l इस कार्यक्रम के दौरान सेंट  करेंस स्कूल गोला रोड के शिक्षिकाओं  तथा छात्राओ के द्वारा वाहिनी मुख्यालय में उपस्थित अधिकारियों/ कर्मचारियों के कलाइयों पर राखी बाँधी गयी तथा अधिकारीयों/कर्मचारियों ने यह संकल्प लिया कि हम लोग सदैव भारत की सभी बहनों की रक्षा करेंगे | इस कार्यक्रम के दौरान श्रीमती सुवर्णा सजवाण, कमांडेंट, श्री गौतम सागर,उप कमांडेंट , डॉ. सुधांशु श्रीकृष्ण,उप कमांडेंट (चिकित्सा), अन्य अधिकारी और सेंट  केरेंस स्कूल, गोला रोड  के शिक्षक ,शिक्षिकाएं तथा छात्र- छात्राएं त्तथा 40वीं वाहिनी एस.एस.बी. पटना के अन्य बल कर्मी उपस्थित थे |

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