*भारतीय नृत्य कला मंदिर में वसन्तोत्सव के दौरान सजी सुरों की महफ़िल

*भारतीय नृत्य कला मंदिर में वसन्तोत्सव के दौरान सजी सुरों की महफ़िल


पटना 20 मार्च 2024 


आज दिनांक 20 मार्च 2024 को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार एवं भारतीय नृत्य कला मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में “बसंतोत्सव – होली के रंग” कार्यक्रम का  आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत के गायक एवं लब्धप्रतिष्ठित तबला वादक डॉ राज कुमार नाहर के द्वारा ख़याल और ठुमरी की प्रस्तुति दी गई। 

कार्यक्रम की शुरूआत राग वसंत पर आधारित ख़याल के बोल “ सखी ऋतु बसंत फिर आई आज, खेलत कुंवर कन्हाई आज” से की। इस दौरान डॉ नाहर एवं उनकी टीम के द्वारा राग मिश्र काफ़ी पर आधारित ठुमरी गायन “ कैसी ये होरी मचाई अचरज लख्यों ना जाय और” की भी प्रस्तुति दी गई। बसंत के रंग भरे मौसम के दौरान डॉ नाहर एवं उनकी टीम ने होली गीत “आज बिरज में होली रे रसिया” एवं अन्य होली गीतों को गाकर शमां बांध दिया।

कार्यक्रम में तबला पर श्री सुबोध रंजन प्रसाद, हारमोनियम पर श्री विनोद पाठक, सारंगी पर श्री अंकित मिश्रा, तानपुरा पर सुश्री पल्लवी एवं संदीप कुमार एवं ढोलक पर श्री अशोक कुमार ने संगत किया।

 इस अवसर पर  बिहार के मुख्य सूचना आयुक्त श्री त्रिपुरारी शरण, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव, श्रीमती हरजोत कौर, निदेशक, सांस्कृतिक कार्य श्रीमती रूबी, भारतीय नृत्य कला मंदिर की प्रशासी पदाधिकारी सुश्री कहकशाँ, अन्य पदाधिकारीगण एवं विभिन्न विधा के कलाकार, कला साधक एवं कला जगत के सुधी श्रोतागणों ने उपस्थित होकर वसंतोत्सव के इस कार्यक्रम को यादगार बनाया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सोमा चक्रबर्ती के द्वारा किया गया।

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