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शुक्रगुलजार में गुंडेचा बन्धुओं के ध्रुपद घराने से प्रशिक्षित कलाकार, श्री मनोज कुमार की प्रस्तुति ने बाँधा समा
दिनांक-12.01.2024
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार एवं भारतीय नृत्य कला मंदिर, पटना के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रगुलजार दिनांक-12.01.2024 को भारतीय नृत्य कला मंदिर के बहुदेशीय सांस्कृतिक परिसर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विभाग की संयुक्त सचिव , श्रीमती रूबी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
शुक्रगुलजार के इस कड़ी में गुंडेचा बन्धुओं के ध्रुपद घराने से प्रशिक्षित कलाकार, श्री मनोज कुमार द्वारा सर्वप्रथम राग-जोग, चैताल में निबध बंदिश-सुर को प्रमाण जन तक होत षजड़ ज्ञान की प्रस्तुति हुई। इसके बाद क्रमशः राग-बिहाग, आदि ताल में महादेव महाकाल धूर छठी सूली और अंत में कबीरदस की बहु चर्चित भजन राग-चारूकेशी में झीनी झीनी बीनी चदरियासे अपनी शैली और गायन का विशेष प्रभाव छोड़ा है। श्री मनोज कुमार के साथ पखावज पर आदित्य शर्मा एवं तानपूरे पर दीया कुमारी ने संगत किया।
इस अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के निदेशक, पदाधिकारिगण, भारतीय नृत्य कला मंदिर की प्रशासी पदाधिकारी, श्रीमती पुण्या तरु, श्री अशोक कुमार प्रसाद, श्री बम शंकर मिश्रा, श्री विनोद पाठक जैसे संगीत विधा के विज्ञ कलाकार एवं अन्य कला साधक एवं कला जगत के सुधी श्रोतागण उपस्थित होकर शाम को गुलजार बनाया।
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