विश्वकर्मा समाज को राजनीतिक भागीदारी नहीं सत्ता चाहिए : मुकुल आनंद

विश्वकर्मा समाज को राजनीतिक भागीदारी नहीं सत्ता चाहिए : मुकुल आनंद


विश्वकर्मा समाज को राजनीतिक भागीदारी नहीं सत्ता चाहिए : मुकुल आनंद


बिहटा / पटना : शनिवार को बिहटा स्थित राजमहल बैंकेट हाल सभागार में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की एक दिवसीय प्रखंडस्तरीय सम्मेलन संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता महासंघ के रवि शर्मा तथा संचालन विद्या भूषण शर्मा ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वकर्मा समाज के इष्टदेव भगवान विश्वकर्मा के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलन कर किया गया।आगत सभी अतिथियों का पाग,माला एवं अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया एवं आइडियल पब्लिक स्कूल के छात्राओं के द्वारा झांकियों के माध्यम स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत किया।


भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद ने कहा कि आज विश्वकर्मा समाज के बुनियादी मुद्दों का समाधान करने की आवश्यकता है। विश्वकर्मा समाज के नौजवानों को अब नौकरी और रोजगार चाहिए। विश्वकर्मा समाज के युवा डॉक्टर, इंजीनियर और आईएएस बनना चाहते है। समाज के लोग जब तक एमपी, एमएलए नहीं बनेंगे तब तक विश्वकर्मा समाज की अधिकार का हनन होते रहेगा। सरकार में भागीदारी से ही समाज का विकास का रास्ता खुलता है। अब विश्वकर्मा समाज इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। राजनीतिक भागीदारी नहीं अब सत्ता का संघर्ष जारी है। फरवरी माह में पटना के गांधी मैदान में होने जा रही विश्वकर्मा अधिकार महारैली में लाखों की संख्या में जम जुटकर आकर अपनी एकता की परिचय दे।


महासंघ के संरक्षक एवं साहित्यकार राजेंद्र पुष्कर ने विश्वकर्मा समाज पर प्रकाश डालते हुए कहा की विश्वकर्मा समाज का सामाजिक ढांचे का निर्माण में अहम भूमिका शुरू से रहा है। हमारा समाज तकनीक में अव्वल रहा है। हम सब के लिए प्रयोग होते है फिर भी आजादी से अब तक हम उपेक्षित है। अब हम उपेक्षित नही रह सकते है। महासंघ के संरक्षिका मीना शर्मा ने कहा विश्वकर्मा समाज की सामाजिक और राजनीतिक ताकत बनाने का जो प्रयास कर रहे है उसी का नतीजा है कि लोग विश्वकर्मा की चर्चा दिल्ली में कर रहे हैं और अपने पार्टियों में तवज्जो एवं सम्मान देने लगे।


वही मौके पर सुजाता शर्मा ने समाज की एकता पर बल देते हुए कहा किसी भी समाज की शक्ति उस समाज की संगठन पर निर्भर करती है।युवाओ एवं महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा संगठन से जोड़े एवं विस्तार करे। महासंघ के उत्तर प्रदेश प्रभारी अंशु प्रियम शर्मा ने कहा की विश्वकर्मा समाज भौतिक


संसाधन जुटाना ही अधिक जरूरी समझता है।जबकि समाज की हित उसके चेतना में है। वही मौके पर देवी दयाल पंडित ने कहा की शिक्षित समाज ही अपने समाज को मजबूत बनाता है। वही मौके पर अमित सोनी ने कहा अब हम विश्वकर्मा समाज उपेक्षा का शिकार नही होंगे। हम अपने नेता मुकुल आनंद के नेतृत्व में आर पार की लड़ाई की साक्षी बनूंगा। जय गोविंद शर्मा ने कहा भगवान विश्वकर्मा के सृष्टि के सृजन में योगदान और  उनके इतिहास को घर घर बताने की आवश्यकता है। महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिवाकर शर्मा ने कहा विश्वकर्मा समाज आजादी से अब तक सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक हर क्षेत्र में उपेक्षित है।एक संगठित समाज ही परिवर्तन और विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। जिला अध्यक्ष जयंत शर्मा ने कहा अब हम विश्वकर्मा समाज उपेक्षा का शिकार नहीं होंगे।हम अपने नेता मुकुल आनंद के नेतृत्व में आर पार की लड़ाई की संघर्ष तेज कर दिया है। पटना के गांधी मैदान में होने जा रही विश्वकर्मा अधिकार रैली में पूरी ताकत लगा देंगे।

 

सम्मलेन में कुणाल प्रजापति, युवा नेता चंदन शर्मा, युवा नेता मुकेश शर्मा, पिंकू पंडित, संतोष सोनी, शंकर शर्मा, पप्पू विश्वकर्मा, बीतेश्वेर विश्वकर्मा, अनिल शर्मा, संजय शर्मा, आर सी भूषण शर्मा, भोजपुर जिला अध्यक्ष अमीरचंद शर्मा, वैशाली जिला अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा,  भोजपुर उपाध्यक्ष अजय शर्मा, सचिव कवि राज कवि आदि लोगो ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम मे सैकड़ो लोग उपस्थित थे।

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