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दिव्यांग दंपत्ति बने मां - बाप, आस्था आईवीएफ में मना उत्सव
-16 साल से बच्चे की चाहत में भटक रहे थे दंपत्ति
-जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ
पटना।
आस्था आईवीएफ, पटना में मंगलवार को उत्सव मनाया गया। केक काटा गया, मिठाइयां बांटी गयी और बधाइयों का तांता लग गया। यह खास मौका था एक शिशु के जन्म का जिसके माता और पिता दोनों दिव्यांग थे।
रोहतास के तिलौथु के दंपत्ति की शादी को 16 साल हो गए थे। वे दोनों पूरी तरह से दिव्यांग हैं और व्हीलचेयर पर चलते हैं। उन्हें बच्चे की चाहत थी। इसके लिए उन्होंने रोहतास के अलावा पटना, बनारस और न जाने कहां-कहां के डॉक्टरों से संपर्क किया मगर उनकी मुराद पूरी नहीं हो सकी।
आखिरी आशा के रूप वे आस्था आईवीएफ पहुंचे, जहां डॉ. नीलू ने उनकी समस्या को समझा। डॉ. नीलू ने पहले तो उन्हें कोई बच्चा गोद ले लेने की सलाह दी पर जब वे नहीं माने तो उन्होंने उनका इलाज शुरू किया। उनके इलाज के बाद उनका बच्चा ठहर गया। नौ महीने डॉ. नीलू की निगरानी में रहने के दौरान उन्हें किसी खास समस्या का सामना नहीं करना पड़ा और पूरे नौ महीने के बाद उन्होंने एक स्वस्थ मेल शिशु को जन्म दिया।
नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सहायक प्राध्यापक डॉ. नीलू बताती हैं कि ये बच्चा होना इतना आसान नहीं था क्योंकि पहले तो इन दोनों की शादी को इतने साल हो चुके थे। दूसरा, कि माता और पिता दोनों में प्रजननक्षम को लेकर समस्या थी। इसके अलावा, आईवीएफ से आमतौर पर जुड़वा बच्चे होते हैं मगर उन्हें एक ही बच्चा रहा और वह भी पूरी तरह स्वस्थ। इसलिए यह प्रसव काफी मायनों में सामान्य आईवीएफ से अलग था। हमें खुशी है कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और आस्था आईवीएफ ने ऐसे दंपत्ति को खुश होने का एक बेहतरीन मौका दिया है।
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